वहां की एक लोकल रिपोर्ट के मुताबिक जब जेल के अधिकारियों ने देखा कि गोंजालो मोटोया जिमेनेज सुबह से लेकर नहीं उठा तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाया गया। वहां 3 डॉक्टर्स ने भी उसे मृत घोषित कर दिया। वहां की लोकल मीडिया ने इस बात को दिखाया है कि डॉक्टर्स उसे कई घंटों पहले ही मृत घोषित कर चुकें थे। इसके बाद गोंजालो मोटोया जिमेनेज की बॉडी को बैग में डालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। जहां उसकी खर्राटों की आवाज आने लगी। गोंजालो मोटोया जिमेनेज के रिश्तेदारों का कहना है कि बॉडी पर पोस्टमार्टम के निशान भी हैं। पोस्टमार्टम वालों ने गोंजालो मोटोया जिमेनेज का शरीर खोल दिया था।
गोंजालो मोटोया जिमेनेज के खर्राटे लेने के बाद उसे तुरंत इमरजेंसी रूम में ले जाया गया। अभी वह आईसीयू में ही लेकिन इस मामले को डॉक्टर्स और प्रशासन की बहुत बड़ी चूक के रूम में देखा जा रहा है। स्पेन के एक अखबार El Espanol ने सवाल उठाते हुए कहा है कि अगर मौत नहीं हुई थी तो उसे मृत घोषित क्यों किया गया?