scriptहिंसा का रास्ता छोड़ लोकतांत्रिक प्रक्रिया में शामिल होकर चुनाव लड़े तालिबान : अमरीका | Taliban join the democratic process and contest the election: america | Patrika News

हिंसा का रास्ता छोड़ लोकतांत्रिक प्रक्रिया में शामिल होकर चुनाव लड़े तालिबान : अमरीका

locationनई दिल्लीPublished: Apr 26, 2018 08:19:21 pm

Submitted by:

Anil Kumar

अमरीका के कार्यवाहक विदेश मंत्री जॉन सुलीवन ने गुरुवार को कहा है कि तालिबान बम और गोली को बैलट में बदल कर अपने अधिकार को प्राप्त कर सकता है।

taliban

नई दिल्ली । अफगानिस्तान में हिंसा का रुख अख्तियार कर चुके तालिबानियों को अमरीका ने वापस लोकतांत्रिक रास्ते पर लौटने के लिए कहा है। अमरीका ने तालीबान से कहा है कि वे विदेशी ठिकानों को छोड़कर अफगानिस्तान वापस लौट जाएं और देश में होने वाले चुनावी प्रक्रिया में भाग लेते हुए अपना भविष्य को बेहतर बनाएं। अमरीका ने साथ ही यह भी कहा है कि तालीबान की ओर से नये सिरे से अफगानिस्तान पर हमला करने का कोई औचित्य नहीं है। यह गैर जरुरी है।

हिंसा का रास्ता छोड़ने की अपील

आपको बता दें कि अमरीका के कार्यवाहक विदेश मंत्री जॉन सुलिवन ने गुरुवार को कहा है कि तालिबान बम और गोली को बैलट में बदल कर अपने अधिकार को प्राप्त कर सकता है। उन्हें हिंसा का रास्ता छोड़ कर चुनावी प्रक्रिया में हिस्सा लेना चाहिए। तालिबान को सत्ता के लिए लोकतांत्रिक प्रक्रिया को अपनाते हुए चुनाव लड़ना चाहिए और मतदान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विदेशी ठिकानों से वापस अपने देश लौटें और अफगानिस्तान के बेहतर भविष्य के लिए मिलकर रचनात्मक काम करें। गौरतलब है कि तालिबान ने युद्ध की विभिषिका झेल रहे अफगानिस्तान में नए सिरे से हमले शुरु करने की घोषणा की है। इसी के मद्देनजर अमरीका ने तालिबान से आतंक का रास्ता छोड़कर लोकतांत्रिक प्रक्रिया में शामिल होने के लिए आग्रह किया है। बता दें कि कि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति असरफ गनी और अमरीका के कार्यवाहक विदेश मंत्री सुलीवन ने तालिबान को मुख्य धारा में शामिल होने का ‘ऐतिहासिक’ न्योता दिया है।

पाक ने तालिबान से की शांति प्रक्रिया में शामिल होने की अपील

तालिबान ने की हमले की घोषणा

बता दें कि दोनों नेताओं ने कहा है कि नए सिरे से अफगानिस्तान में हमला करने की कोई आवश्यकता नहीं है। तालिबान हमले के बजाए लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त अफगान सरकार के साथ मिलकर रचनात्मक काम करें। हालांकि तालिबान ने इसके उलट हमले की घोषणा की है। बता दें कि अमरीका ने तालिबान की घोषणा के बाद कहा है कि वह अफगानिस्तान के साथ हमेशा खड़ा रहेगा।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो