बोरिसका का कहना है कि मानें तो पृथ्वी पर रहने वालों की जिंदगी में बदलाव तब आयेगा जब इजिप्ट के स्फिंग्स का रहस्य खुलेगा। मानव को कई रहस्यों को जानने और विकास करने के लिए उनमें छिपे ज्ञान को अनलॉक करना पड़ेगा। इन रहस्यों के ताले का कोड स्फिंग्स के कानों के पीछे कहीं छुपा है। पर वो दरअसल क्या है और कैसे अनलॉक होगा ये बात उन्हें याद नहीं आ रही। बोरिसका किपरियानोविच के माता- पिता का भी मानना है कि बोरिसका बाकी सामान्य बच्चों की तुलना में कहीं ज्यादा होशियार था। 1996 में पैदा हुए बोरिसका ने महज 4 महीने में शब्दों को क्लियर बोलना शुरू कर दिया था। वहीं 8 महीने में तक आते-आते वह पूरे-पूरे वाक्य बोलने लगा था। वहीं उन्होंने बताया कि जब वह महज एक साल का था, तो वह पूरा न्यूजपेपर पढ़ने लगता था। यही नहीं 3 साल की उम्र में उन्होंने ब्रह्मांड के रहस्यों पर बातें करनी शुरू कर दी थीं। हालांकि इस बात को पूरी तरह से अभी प्रमाणित नहीं किया गया है कि बोरिसका की बातों में कितनी सच्चाई है।