इस दौरान उन्होंने दोनो देशों की मदद को लेकर प्रस्ताव रखा है। ट्रंप ने वाइट हाउस में मीडिया से कहा कि दोनों देशों को इस समय कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में उम्मीद है कि दोनों इसका हल निकाल सकेंगे।
अमरीकी राष्ट्रपति का बयान ऐसे समय पर आया है जब भारतीय और चीनी सैन्य कमांडरों के बीच लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर महीनों से चले आ रहे गतिरोध को हल करने के उद्देश्य से वार्ता हो रही है। दोनों देश विवादित सीमा पर और अधिक सैनिक न भेजने पर राजी हुए हैं। ये पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने भारत और चीन के बीच मध्यस्था की बात दोहराई है।
दोनों पक्ष सीमा पर अधिक सैनिक न भेजने पर राजी हुए गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच सैन्य कमांडरों की छठे दौर की वार्ता सोमवार को शुरू हुई। इसमें दोनों पक्षों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर स्थिति को नियंत्रण को लेेकर विचार रखे। दोनों पक्ष सीमा पर अधिक सैनिक न भेजने पर राजी हुए हैं। इसके साथ आपस में संपर्क मजबूत करने और गलत निर्णय से बचने पर सहमति बनी है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार भारत और चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की वार्ता हुई है। इसमें कहा गया है कि हम पहले उल्लेख कर चुके हैं कि सैनिकों को पीछे हटाना एक मुश्किल प्रक्रिया है। इस तरह के निर्णय में दोनों पक्षों को एलएसी पर अपनी-अपनी तरफ से नियमित चौकियों पर सैनिकों की तैनाती की जरूरत होगी। इसके लिए सभी कार्रवाई सहमति के अनुसार होना आवश्यक है।