इन सब के बीच अब अमरीका के विदेश मंत्री
माइक पोम्पियो (Mike pompeo) ने ट्रंप के द्वारा लिए गए फैसले को सही ठहराया है। उन्होंने कहा कि सुलेमानी के आतंक को रोकने के लिए उसे मारने का फैसला बिल्कुल सही था। पोम्पियो ने बगदाद एयरपोर्ट पर किए गए एयरस्ट्राइक (Airstrike) को सही ठहराया है। उन्होंने कहा कि सुलेमानी अमरीका सहित अन्य पड़ोसी देशों में अपना आतंक फैलाना चाहता था।
ईरान के बाद इराक से खफा अमरीका, ट्रंप ने दी कड़े प्रतिबंध की धमकी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पोम्पियो, सुलेमानी के खात्मे के लिए एक महीना पहले ही सैन्य अभियान चलाना चाहते थे लेकिन अमरीका में आगामी राष्ट्रपति चुनाव होने के कारण ट्रंप ने सहमति नहीं दी। मगर अमरीकी दूतावास पर हमले के बाद ट्रंप और पोम्पियो एक्शन मोड में आ गए और इस हमले की साजिश का शक पूरी तरह से ईरानी जनरल सुलेमानी और अबु महदी पर गहराया।
इसके बाद पोम्पियो और ट्रंप ने सुलेमानी के खात्मे की योजना तैयार की। इसे अंजाम देने के लिए दोनों नेताओं में कई बार बातें हुईं। फिर 29 दिसंबर को पोम्पियो अपने अधिकारियों के साथ राष्ट्रपति ट्रंप से उनके फ्लोरिडा स्थित निजी क्लब में मुलाकात की। यहीं पर सारी योजनाएं बनकर तैयार हुईं।
गौरतलब है कि ईरानी जनरल सुलेमानी की हत्या के बाद दोनों देशों के बीच तनाव अपने चरम पर है। ईरान ने तो अपने नेता की हत्या के बाद लाल झंडे लगाकर युद्ध तक की घोषणा भी कर दी।