राष्ट्रपति ट्रंप ने समझौते को लेकर संतोष जताया। साथ ही तालिबान ( Taliban ) को चेतावनी भी दी कि यदि इस समझौते को लागू करने में किसी तरह से कोई गड़बड़ी की गई तो फिर अमरीका इतनी बड़ी फौज अफगानिस्तान भेजेगी कि किसी ने कभी ने देखी होगी।
Afghan-US joint declaration: 14 महीने में अफगानिस्तान से अमरीकी सैनिकों की होगी वापसी
व्हाइट हाउस में अपने एक संबोधन में ट्रंप ने अमरीका और तालिबान के बीच हुए समझौते का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि वह ‘बहुत जल्द तालिबान के नेताओं से मुलाकात करेंगे। अमरीकी फौज ( American Troops ) को भी वापस बुलाना शुरू कर देंगे।
संबोधन के दौरान ट्रंप ने साफ कर दिया और तालिबान को सीधे-सीधे चेतावनी भी दी कि यदि समझौते में कोई भी गड़बड़ की गई तो फिर ‘हम इतनी बड़ी फौज वापस अफगानिस्तान लेकर जाएंगे जो किसी ने कभी नहीं देखी होगी।’ लेकिन, उन्होंने उम्मीद जताई कि इसकी नौबत नहीं आएगी।
14 महीने में अमरीकी सैनिकों की होगी वापसी
अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि यह समय अमरीकी फौजियों को अफगानिस्तान से वापस लाने का है। मई तक पांच हजार अमरीकी फौजी स्वदेश वापस आ जाएंगे।
बता दें कि शनिवार को अफगान तालिबान और अमरीका के बीच कतर के दोहा में समझौते पर दस्तखत हुए। इसके तहत यह तय हुआ है कि विदेशी फौजें चरणबद्ध तरीके से अगले 14 महीने में अफगानिस्तान छोड़ देंगी।
इसके बदले में तालिबान अफगान धरती का इस्तेमाल किसी आतंकी गतिविधि में नहीं होने देगा। साथ ही तालिबान के सहयोग से अलकायदा व इस्लामिक स्टेट जैसे आतंकवादी संगठनों में नई भर्तियों और इनके लिए धन एकत्र करने पर लगाम लगाई जाएगी।
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बता दें कि ट्रंप ने 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में लोगों से वादा किया था कि सत्ता में आएंगे तो विदेशी धरती पर तैनात अमरीकी सैनिकों की वापसी कराएंगे। अब जब एक बार फिर से राष्ट्रपति चुनाव होने में महज कुछ ही महीने बचे हैं ऐसे में अपना वादा पूरा कर ट्रंप लोगों से फिर उन्हें वोट करने की अपील कर सकते हैं।
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