रिपोर्ट के अनुसार जर्मन अखबार का दावा है कि अगर तुर्की के राष्ट्रपति की बात मान ली जाती तो उनकी नौसेना ने काफी समय पहले भूमध्य सागर में ग्रीस के एक जहाज डुबो दिया होता। अखबार ने तुर्की की सेना के सूत्रों के हवाले से लिखा है कि एर्दोगन ने तुर्की के जनरलों से कुछ दिन पहले कहा था कि वे ग्रीस के एक जहाज को डुबों दें। इसके साथ ये भी सुनिश्चित करें कि इस प्रक्रिया में किसी की मौत न हो जाए। जब जनरलों ने इससे साफ इनकार कर दिया तो ग्रीस के लड़ाकू विमान को मार गिराने का सुझाव दिया गया। इस पर दोबारा तुर्की के जनरल सहमत नहीं हुए। रिपोर्ट के अनुसार तुर्की चाहता था कि यहां पर तनावपूर्ण हालात पैदा हों मगर किसी की जान लिए बिना।
क्या है विवाद? इन दिनों पूर्वी भूमध्य सागर में ग्रीस और तुर्की के बीच तनाव चरम पर है। इस विवादित इलाके में तुर्की और ग्रीस दोनों अपना-अपना दावा ठोक रहे हैं। यहां पर गैस के भंडार बताए गए है। इन इलाकों में तुर्की ने गैस खोजी है। ग्रीस भी इन इलाकों में अपना मलिकाना हक जमाता है। दोनों देशों के प्राकृतिक संसाधनों के लिए सामान्य दिखने वाली होड़ से शुरू हुआ सिलसिला अब सैन्य कार्रवाई की धमकियों तक पहुंच चुका है।
तुर्की व ग्रीस के बीच तनाव को कम करने के लिए बीच पैदा हुए तनाव को कम करने के लिए जर्मनी मध्यस्थता की पहल कर रहा है। जर्मनी की ये रिपोर्ट उस समय आई है जब फ्रांस भी ग्रीस के पक्ष में उतर आया है। ग्रीस, फ़्रांस और तुर्की तीनों नाटो के सदस्य हैं। इसके बावजूद वे एक-दूसरे के खिलाफ लामबंद हो चुके हैं।