72 साल पुराने कश्मीर मुद्दे को न्याय और निष्पक्षता से करें समाधान
तुर्की के राष्ट्रपति ने कहा कि सुरक्षित भविष्य के लिए संघर्ष के बजाय बातचीत के जरिए कश्मीर के मुद्दे को सुलझाना अनिवार्य बनाया जाए। एर्दोगन ने आगे कहा 72 साल पुराने कश्मीर मुद्दे को न्याय और निष्पक्षता के आधार पर बातचीत के जरिए हल किया जाना चाहिए।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आलोचना
अपने भाषण के दौरान एर्दोगन ने कश्मीर संघर्ष पर ध्यान देने में विफल रहने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आलोचना की। एर्दोगन ने कहा, ‘कश्मीरी लोगों के अपने पाकिस्तानी और भारतीय पड़ोसियों के साथ एक सुरक्षित भविष्य के लिए, समस्या का समाधान बातचीत और न्याय के आधार पर करना जरूरी है, लेकिन टकराव के माध्यम से नहीं।’
इमरान-एर्दोगन की मुलाकात
आपको बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और एर्दोगन ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74 वें सत्र के मौके पर मुलाकात की थी। इसके बाद यह टिप्पणी आई। पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार खान ने उनके साथ द्विपक्षीय संबंधों और भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर को मिले विशेष दर्जे को 5 अगस्त को निरस्त किए जाने की ‘अवैध और एकतरफा कार्रवाइयों’ के बाद की ताजा स्थिति पर चर्चा की।