अलर्ट जारी करते हुए अमरीकी दूतावास ने कहा है कि अमरीकी नागरिकों व अन्य विदेशों पर संभावित हमले की सूचना मिली है। लिहाजा, दूतावास की सभी सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित की गई है। साथ ही पूरे इलाके में प्रतिबंध लगा दिया गया है और सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। आतंकी हमले की आशंका के बीच तुर्की के सुरक्षा बलों ने दूतावास जाने वाले रास्ते पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।
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अमरीकी दूतावास ने आगे कहा है, तुर्की में अमरीकी मिशन को भरोसेमंद खबर मिली है कि इस्तांबुल और अन्य संभावित स्थानों पर अमरीकी महावाणिज्य दूत समेत अमरीकी नागरिकों पर आतंकवादी हमले किए जा सकते हैं या उन्हें अगवा किया जा सकता है।
खबर मिलने के बाद अंकारा में दूतावास ने अमरीकी नागरिकों से सावधनी बरते की अपील की है और कहा है कि बड़े कार्यालय भवनों, शॉपिंग मॉल तथा उनकी आवाजाही के अन्य स्थानों पर चौंकान्ना रहें।
पहले भी अमरीकी दूतावास के बनाया गया है निशाना
आपको बता दें कि हमले की खतरे की आशंका के मद्देनजर अमरीकी दूतावास ने नागरिक व वीजा सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी है। इससे पहले तुर्की में अमरीकी दूतावास को निशाना बनाया जा चुका है। इस्लामिक स्टेट और प्रतिबंधित कुर्दिश संगठन ने 2015 और 2017 के बीच तुर्की में कई हमले किए थे और इसी दौरान अमरीकी दूतावास को भी निशाना बनाया गया था।
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तुर्की के इस्तांबुल में 2016 में हुए कार बम धमाके में 48 लोगों की मौत हो गई थी, वहीं अगले ही साल 2017 में एक नाइट क्लब में अंधाधुंध फायरिंग की घटना को अंजाम दिया गया था, जिसमें 39 लोगों की जान चली गई थी। तुर्की में आतंकी संगठन ISIS और कुर्दिश संगठनों के हमले का खतरा लगातार बना रहता है। सीरिया में ISIS और कुर्दिश आतंकियों की संख्या काफी है।
मालूम हो कि वियना संधि के तहत किसी देश में स्थित दूतावास की सुरक्षा का दायित्व उस देश की होती है। वह दूतावास के आसपास शांति और किसी भी घटना के लिए जिम्मेदार होता है। हालांकि, अधिकतर देशों में दूतावास वाले क्षेत्र पहले से ही हाई सिक्योरिटी जोन में स्थित होते हैं।