गौरतलब है कि पांच मई को अमरीकी सेना ने दर्जनों स्थलों पर बमबारी की थी, इनकी पहचान तालिबान के मेथांफेटामाइन प्रयोगशालाओं के रूप में की गई है। संयुक्त राष्ट्र ने जांच में पाया कि इस हवाई हमले में 14 बच्चों और एक महिला सहित 39 आम नागरिकों के मारे जाने का दावा किया गया है। इसमें हमले में 30 की मौत हो चुकी है।
यूएस फोर्सेज-अफगानिस्तान ने यूएनएएमए की रिपोर्ट को खारिज करते हुए एजेंसी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया है। बता दें कि इसी साल सितंबर में यूएन ने अपनी रिपोर्ट में तालिबान और अमरीकी सेना के संघर्ष में आम नागरिकों के मारे जाने पर चिंता जताई थी। यूएन ने रिपोर्ट में दावा किया था कि अफगान सेना व नाटो सेना की कार्रवाई में अब तक आतंकवादियों से ज्यादा अफगानिस्तानी नागरिकों की मौत हुई है।