बांग्लादेशी राजनयिक का बीमारी के कारण निधन, जयशंकर ने जताया भारत के प्रबल समर्थक के लिए शोक जलवायु परिवर्तन एक दीर्घकालिक समस्या ही नहीं, बल्कि साफ तौर पर एक ऐसा खतरा है, जो हमारे सामने खड़ा है। उन्होंने कहा, युवाओं का जोश प्रेरणा देता है। युवा अपनी आवाज बुलंद रखें, बड़ा सोचते हुए हदों के पार जायें और दबाव बनाए रखें।
एंटोनियो गुटरेस के अनुसार हम ऐसी पीढ़ी कहलाने का जोखिम नहीं उठा सकते,जो उस समय चैन की बंसी बजा रही थी। जब पृथ्वी जल रही थी। किन्तु अभी भी उम्मीद बाकी है। इस वर्ष उनका नववर्ष संदेश भी आशा के सबसे बड़े स्रोत यानी विश्व के युवाओं के लिए हैं।
जलवायु परिवर्तन पर चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि मानव अधिकारों तक आपकी पीढ़ी हर मोर्चे पर सुर्खियों में छाई है। आपके जोश और संकल्प से मुझे प्रेरणा मिलती है। अपने भविष्य को आकार देने में भूमिका की आपकी मांग एकदम सही है। मैं आपके साथ हूं। संयुक्त राष्ट्र संघ भी आपके साथ खड़ा है और आप ही का है।
2020 में 75वीं वर्षगांठ गुटरेस के अनुसार वह सतत विकास लक्ष्यों के लिए कार्रवाई के दशक का शुभारंभ कर रहे हैं। यह हमारे लिए निष्पक्ष वैश्वीकरण का एक खाका है। इस वर्ष विश्व की आवश्यकता है कि युवा अपनी आवाज बुलंद रखें। बड़ा सोचते रहें, अपनी हदों के परे जाएं और दबाव बनाए रखें।