संयुक्त राष्ट्र महासभा अध्यक्ष मारिया फर्नांडीस एस्पिनोसा ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सुरक्षा परिषद के सुधार के लिए लगातार कोशिश की जा रही है। संयुक्त अरब अमीरात की स्थायी प्रतिनिधि लाना जाकी नुसेबेह और लक्जमबर्ग के स्थायी प्रतिनिधि क्रिस्टियन ब्रॉन की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि ये दोनों काफी प्रयास कर रहे हैं और सभी सदस्य देशों के साथ बातचीत कर रहे हैं। मारिया फर्नांडीस एस्पिनोसा ने उम्मीद जताई कि जल्द ही इस मामले पर सभी देश कोई न कोई रास्ता निकाल लेंगे। उन्होंने स्वीकार किया कि सुरक्षा परिषद विवादों के घेरे में है।
अभी इस बात की कोई तस्वीर साफ नहीं हो पाई है कि भारत का सुरक्षा परिषद में क्या भविष्य होगा। एस्पिनोसा ने इस बारे में पूछे गए प्रश्न का कोई जबाव नहीं दिया। उन्होने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्यों का एकजुट होकर काम करना एक बड़ी चुनौती है। उन्होने कहा कि यह एक बहुत विभाजनकारी और विवादास्पद है। उन्होंने कहा, “अध्यक्ष के तौर पर मेरी भूमिका केवल साथ देना और नेतृत्व करना है।” मरिया ने कहा कि सुरक्षा परिषद में सुधार की प्रक्रिया शुरू होने में वक्त लगेगा।
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