पाकिस्तान को FATF से मिली 4 महीने की मोहलत, जून तक नहीं सुधरा तो होगा ब्लैकलिस्ट वायु सेना की नई नीति को 7 फरवरी को अंतिम रूप दिया गया है। नागरिक अधिकारों के लिए काम करने वाली संस्था ‘सिख कोअलिशन’के अनुसार किसी भी सिख-अमरीकी को अपनी धार्मिक मान्यताओं और अपनी करियर की अहमियत के बीच चयन नहीं करना चाहिए। संस्था के अनुसार वायुसेना में नीतिगत बदलाव उसके अभियान का परिणाम है जो उसने 2009 में शुरू किया था।
सिख कोओलिशन के वकील गिजेले क्लैपर के अनुसार सिखों ने अमरीकी सुरक्षा बलों और दुनियाभर की सेनाओ में सम्मानपूर्वक तरीके से अपनी क्षमता के अनुरूप सेवाएं दी हैं और वह चाहते हैं कि सिख-अमरीकी नागरिक मिलिटरी की सभी शाखाओं में सेवाएं दे सकें,यह नीति एयर फोर्स में अवसरों की समानता और धार्मिक आजादी की दिशा में बेहतरीन कदम है।