यूएन की बात पर कई देश सहमत यूएन की बात पर सुर मिलाते हुए कई देशों ने भी इस बात पर सहमती जताई और सीरिया हमले को गलत बताया। इनमें अभी तक रूस, ईरान और चीन का नाम उभर कर आ रहा है।
ईरान ने बताया अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन ईरान ने सीरिया के हवाई हमले की कड़ी निंदा की और इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का खुला उल्लंघन बताया है। रूस ने चेताया, तीनों देश परिणाम भुगतने को तैयार रहे
रूस ने भी ईरान का साथ देते हुए कड़े शब्दों में कहा कि सीरिया पर हमला एक साजिश के तहत हुआ है, जिसकी हम कड़ी निंदा करते हैं। रूस ने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा- सीरिया हवाई हमले को लेकर तीनों देश अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन को परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे। हम हर हालात में सीरिया के साथ खड़े हैं और उसका साथ देने को तैयार हैं। सीरिया पर केमिकल हमले के आरोपों को भी रूस ने सिरे से नकारा है।
ये देश हैं समर्थन में बता दें कि अमेरिका के इस हमले का ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, तुर्की, जॉर्डन, सऊदी अरब, इटली, जापान, नीदरलैंड्स, न्यूजीलैंड्स, इजरायल और स्पेन ने समर्थन किया है। ऐसे किया हवाई हमला
गौरतलब है कि पूर्वी गोता के डुमा में सीरिया द्वारा रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल से अमरीका आग बबूला हो गया था। जिसके चलते अमरीका ने फ्रांस और ब्रिटेन के साथ मिलकर सीरिया पर हवाई हमले किए। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कहा कि फ्रांस और ब्रिटेन की सशस्त्र सेनाओं के साथ संयुक्त अभियान चल रहा है। हम दोनों देशों का आभार जताते हैं।