संयुक्त राज्य अमरीका ने वेनेजुएला में तेजी से बढ़ रही अस्थिर स्थिति और देश में बढ़ते मानवीय संकट को देखते हुए 15 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को आपात बैठक करने के लिए कहा। अमरीका ने कहा है कि इस तरह की प्रवृत्ति आगे क्षेत्रीय संघर्ष और अस्थिरता का कारण बन सकती है। लेकिन अमरीका की इस कोशिश को रूस के विरोध का सामना करना पड़ा सकता है। गुरुवार को यह पूछे जाने पर कि क्या परिषद को वेनेजुएला मुद्दे पर बैठना चाहिए, संयुक्त राष्ट्र में रूसी राजदूत वासिली नेबेंजिया ने कहा, “मुझे ऐसा नहीं लगता, यह वेनेजुएला का आंतरिक मामला है।” दक्षिण अफ्रीका के संयुक्त राष्ट्र के राजदूत जेरी मैटीजिला ने कहा है कि इस मामले में वह अमरीका की बात सुनेंगे।
हालांकि अमरीका ने इस मुद्दे पर बैठक जरूर बुला ली है लेकिन उसी राह आसान नहीं है। कोई भी सुरक्षा परिषद सदस्य बैठक को अवरुद्ध करने के लिए प्रक्रियात्मक वोट बुला सकता है। इस तरह के वोट को जीतने के लिए न्यूनतम नौ वोटों की जरूरत होती है। हालांकि संयुक्त राष्ट्र के राजनयिकों ने कहा कि वेनेजुएला की बैठक को रोकने के किसी भी प्रयास को विफल कर दिया जाएगा लेकिन देखना होगा कि इस बैठक में अमरीका के सामने रूस और चीन क्या रुख अख्तियार करते हैं। तनाव के बीच अमरीका ने लैटिन अमरीकी देशों से वेनेजुएला के गुआडो का समर्थन करने का आग्रह किया है। वहीं वेनेजुएला का कहना है कि विपक्षी पार्टी विफल सैन्य विद्रोह से जुड़ी हुई है। वेनेजुएला के राष्ट्रपति मादुरो का कहना है कि यह सारा विवाद अमरीकी शह से पैदा हुआ है।
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