पाकिस्तान में है दाऊद इब्राहिम बता दें कि भारतीय खुफिया एजेंसियों को पिछले कई वर्षों से दाऊद इब्राहिम की तलाश है। दाऊद ने ही 1992 में मुंबई बम धमाके की साजिश रची थी। बताया जाता है कि दाऊद पिछले कई सालों से पाकिस्तान में शरण लिए हुए है। लेकिन पाकिस्तान बार-बार दाऊद इब्राहिम के अपने यहां होने के दावों से इनकार करता आया है। अमरीका का इस मामले में भारत को सहयोग मिलने से दाऊद को पकड़ने में कामयाबी मिल सकती है। इसे कूटनीतिक हलकों में भारत के लिए बड़ी सफलता माना जा रहा है।
अंडरवर्ल्ड डॉन के हाथ लम्बे ऐसा माना जाता है कि दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में रहकर दुनिया भर में सक्रिय है। दाऊद पाकिस्तान से ही अपने काले कारोबार को अंजाम देता है। उसकी पहुंच दुनिया के कई मुल्कों में है। अंतरराष्ट्रीय मंचों पर दाऊद के खिलाफ खुफिया जानकारियों को साझा करना भारत के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण था। दाऊद अपने रास्ते में आने वाले हर व्यक्ति की हत्या करवा देता है।
अमरीका करेगा कड़ी कार्रवाई दाऊद और उसके साथियों के मसले पर अमरीकी समर्थन से भारत को बड़ी राहत मिल सकती है। दाऊद और उसके सहयोगियों का अमरीका में काफी बड़ा कारोबार है। इनके नाम पर अमरीका में काफी सम्पतियां भी है। गुरुवार को भारत और अमरीका के बीच महत्वपूर्ण COMCASA अग्रीमेंट पर भी हस्ताक्षर के साथ ही दोनों देशों के बीच आतंकवाद और अवैध गतिविधियों पर कठोर कदम उठाने के लिए भी समझौता किया।
पाकिस्तान पर बढ़ेगा दवाब अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो व रक्षा मंत्री जिम मैटिस तथा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज व रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के बीच हुई 2+2 वार्ता के बाद अमरीका ने साफ कहा है कि पाकिस्तान को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी वहां से भारत के खिलाफ विरोधी गतिविधियों का संचालन न करे। अमरीका ने पाकिस्तान से मुंबई समेत पंजाब और कश्मीर में किये जाने वाले आतंकी हमलों और उनके दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई को भी कहा।