यह भी पढ़ें
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का नहीं हुआ औपचारिक स्वागत, ये थी वजह भारतीय अधिकारियों से बातचीत की अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने व्हाइट हाउस में कहा कि उन्होंने ईरानी तेल की खरीदारी को लेकर भारतीय अधिकारियों के साथ बातचीत की। बोल्टन ने पिछले माह यहां अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल से मुलाकात की थी। उसके हफ्ते भर पहले ही नई दिल्ली में द्विपक्षीय वार्ता हुई थी। बोल्टन ने कहा कि वह भारत के लिए वैकल्पिक बाजार ढूंढ़ रहे हैं। इसके लिए भारत को अमरीका का साथ देने की जरूरत है। तेल के वैकल्पिक विक्रेता ढूंढ़ रहे हैं बोल्टन ने कहा कि ट्रंप प्रशासन ने ईरान को लेकर भारत के सामने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने कहा कि एक और चीज जो उन्हें लगता है कि वह महत्वपूर्ण है,चाहे वह इराक हो या भारत या कोई और देश हो। सभी देश विशेष रूप से जो ईरानी तेल का खरीददार रहा है हम उनके लिए कहना चाहेंगे कि हम तेल के वैकल्पिक विक्रेता ढूंढ़ने का पूरा प्रयास कर रहे हैं ताकि बाजार मूल्यों पर तेलों की वैकल्पिक आपूर्ति हो सके।’
ईरान सरकार पर दबाव बनाना है
बोल्टन के मुताबिक, ट्रंप प्रशासन का मकसद चार नवंबर को ईरान पर फिर से नया प्रतिबंध लगाकर वहां की सरकार पर अधिकतम दबाव डालना है। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद साफ है कि ईरान पर लगे प्रतिबंधों में ढील नहीं दी जाएगी और उसके तेल और गैस के निर्यात को ठप कर देना है।
ईरान सरकार पर दबाव बनाना है
बोल्टन के मुताबिक, ट्रंप प्रशासन का मकसद चार नवंबर को ईरान पर फिर से नया प्रतिबंध लगाकर वहां की सरकार पर अधिकतम दबाव डालना है। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद साफ है कि ईरान पर लगे प्रतिबंधों में ढील नहीं दी जाएगी और उसके तेल और गैस के निर्यात को ठप कर देना है।