ऐसी कार्रवाई से हो सकता है अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में अराजकता का माहौल
रूस के राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान जारी करते हुए बताया है कि पुतिन ने इस बात पर जोर दिया है कि अगर इसी तरह संयुक्त राष्ट्र के चार्टर का उल्लंघन होता रहा और ऐसी कार्रवाई जारी रही तो इस अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में अराजकता का माहौल उत्पन्न हो जाएगा। इस बयान से यह भी जाहिर होता है कि पुतिन और ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी के बीच फोन पर इस मामले में बात हुई। इस बातचीत में दोनों नेताओं की तरफ से यही राय सामने आई कि शनिवार को सीरिया में हमले के बाद वहां के संघर्ष का हल निकलने की गुंजाइश पर काफी नुकसान हुआ है।
यूएन से निंदा प्रस्ताव हासिल करने की भी की थी कोशिश
बता दें सीरिया में हमले के बाद रूस ने संयुक्त राष्ट्र से निंदा प्रस्ताव हासिल करने की कोशिश की थी, जिसमें वो नाकाम रहा। इसके बाद अब पुतिन ने अमरीका के नई कार्रवाई को लेकर विरोध जताया है।
‘सभी तरह के प्रतिबंधों के लिए तैयार है रूस’
गौरतलब है कि यूएन की राजदूत निकी हेली ने एक अमरीकी टीवी चैनल को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि जो रूसी कंपनियां सीरिया सरकार पर हो रहे हमले में उसका साथ दे रहीं थी, अमरीका सोमवार को उन रूसी कंपनियों पर आर्थिक प्रतिबंध लगा देगा। इस बयान के जवाब में रूसी संसद ने कहा हम प्रतिबंधों के लिए तैयार हैं। रूस की तरफ से यह बयान रूसी संसद के ऊपरी सदन में रक्षा समिति के उपनिदेशक एवगेनी सेरेब्रेनिकोव ने दिया। उन्होंने इस बयान में यह भी साफ कर दिया कि बेशक ये प्रतिबन्ध उनके लिए मुश्किलें खड़े कर सकते हैं लेकिन इस फैसले से अमरीका और यूरोप को उनके मुकाबले ज्यादा नुकसान पहुंचेगा।