ज्वालामुखी पर फहराया तिरंगा चार हजार से अधिक पहुंचे सुरक्षित स्थान पर चार हज़ार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों में पहुचाया गया है। यह विस्फोट इतना घातक था कि इसकी आवाज दूर तक सुनाई दी। इसके बाद आसपास के इलाकों में यह लावा फैलने लगा। ग्वाटेमाला के राष्ट्रपति ने इस पर शोक व्यक्त किया है। इसके साथ उन्होंने तीन दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। ग्वाटेमाला से मिलने वाली तस्वीरों में कई किलोमीटर तक हवा में राख के बादल देखे जा सकते हैं। राजधानी ग्वाटेमाला सिटी इस ज्वालामुखी से 40 किलोमीटर दूर है।
17 लाख लोग प्रभावित सरकारी अधिकारियों के मुताबिक इस आपदा में करीब 17 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के मुताबिक ज्वालामुखी से निकला लावा बहकर नज़दीक के गांव में पहुंच गया। इसकी वजह से कई घर और उनमें मौजूद लोग जल गए। इसकी वजह से ग्वाटेमाला सिटी का एयरपोर्ट बंद कर दिया गया है। राष्ट्रपति जिम्मी मोरेल्स ने राहत कार्य के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। जानकारों की मानें तो साल 1974 के बाद से ये सबसे बड़ा ज्वालामुखी विस्फोट है। एक सरकारी अधिकारी के अनुसार ज्वालामुखी से निकलने वाले लावा ने एल रोडियो गांव की तरफ़ रुख कर लिया है। यह लावा एक नदी की तरह है। यह जल्द ही अन्य गांव तक भी पहुंच सकता है। इस त्रास्दी में कई बच्चे भी मारे गए हैं। इसका एक विडियो भी जारी किया गया है, जिसमें कई शव लावे में तैर रहे हैं।