समग्र मूल्यांकन की मांग की यूरोपीय यूनियन द्वारा पेश प्रस्ताव में महामारी के प्रति अंतरराष्ट्रीय जवाबी कार्रवाई के निष्पक्ष,स्वतंत्र एवं समग्र मूल्यांकन की मांग की है। दुनियाभर में अब तक इस महामारी से 48 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। वहीं 318,000 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
प्रस्ताव में अमरीका भी शामिल प्रस्ताव के अनुसार जांच में यह शामिल किया गया है कि कोरोना वायरस महामारी के संबंध में WHO ने कब-कब, कौन कौन से कदम उठाये। अमरीका ने इस आम सहमति से अपने आप को अलग नहीं किया। कुछ देशों ने आशंका जताई कि अमरीका इससे खुद को अलग कर लेगा।
130 देशों ने किया समर्थन यूरोपीय यूनियन के प्रस्ताव का भारत समेत दुनिया के 130 देशों ने समर्थन दिया है। वीडियो कांफ्रेसिंग में इस कार्यक्रम में सबने कोरोना वायरस की उत्पत्ति और WHO की भूमिका पर सवाल उठाए हैं।
WHO पर भड़का अमेरिका अमरीका ने इस सभा के पहले दिन सोमवार को WHO को कड़ी लताड़ लगाई थी। उसे चीन का तोता तक कह दिया था। मंगलवार प्रस्ताव में देशों से कोरोना वायरस के खिलाफ किसी भी उपचार या टीके तक पारदर्शी, समान और समय से पहुंच सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया। अमरीका ने WHO की फंडिंग को रोक दिया है। ऐसे में WHO के लिए अब इस जांच को कराना जरूरी हो गया है। अमरीका भी चाहता है कि WHO इस जांच में सहयोग करे ताकि चीन की चालबाजियां सामने आ सके।