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Coronavirus को लेकर WHO की भूमिका पर होगी जांच, सदस्य देशों की आम सहमति पर प्रस्ताव पास

locationनई दिल्लीPublished: May 20, 2020 09:10:21 pm

Submitted by:

Mohit Saxena

Highlights

WHO की वार्षिक सभा में हिस्सा ले रहे देशों ने इस संकट के प्रति संयुक्त जवाबी कार्रवाई की अपील की।
दुनियाभर में महामारी से 48 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। वहीं 318,000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।

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वाशिंगटन। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड (Donald Trump) ने बीते दिनों अपने बयानों में कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी से निपटने में विश्व स्वास्थ्य संगठन की भूमिका पर संदेह जताया है। उनका कहना है कि इसकी जांच होनी चाहिए। मंगलवार को डब्ल्यूएचओ (WHO) के सदस्य देश इस पर सहमत हो गए। डब्ल्यूएचओ की वार्षिक सभा में हिस्सा ले रहे देशों ने इस संकट के प्रति संयुक्त जवाबी कार्रवाई की अपील कर आम सहमति के तहत एक प्रस्ताव पारित किया।
समग्र मूल्यांकन की मांग की

यूरोपीय यूनियन द्वारा पेश प्रस्ताव में महामारी के प्रति अंतरराष्ट्रीय जवाबी कार्रवाई के निष्पक्ष,स्वतंत्र एवं समग्र मूल्यांकन की मांग की है। दुनियाभर में अब तक इस महामारी से 48 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। वहीं 318,000 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
प्रस्ताव में अमरीका भी शामिल

प्रस्ताव के अनुसार जांच में यह शामिल किया गया है कि कोरोना वायरस महामारी के संबंध में WHO ने कब-कब, कौन कौन से कदम उठाये। अमरीका ने इस आम सहमति से अपने आप को अलग नहीं किया। कुछ देशों ने आशंका जताई कि अमरीका इससे खुद को अलग कर लेगा।
130 देशों ने किया समर्थन

यूरोपीय यूनियन के प्रस्ताव का भारत समेत दुनिया के 130 देशों ने समर्थन दिया है। वीडियो कांफ्रेसिंग में इस कार्यक्रम में सबने कोरोना वायरस की उत्पत्ति और WHO की भूमिका पर सवाल उठाए हैं।
WHO पर भड़का अमेरिका

अमरीका ने इस सभा के पहले दिन सोमवार को WHO को कड़ी लताड़ लगाई थी। उसे चीन का तोता तक कह दिया था। मंगलवार प्रस्ताव में देशों से कोरोना वायरस के खिलाफ किसी भी उपचार या टीके तक पारदर्शी, समान और समय से पहुंच सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया। अमरीका ने WHO की फंडिंग को रोक दिया है। ऐसे में WHO के लिए अब इस जांच को कराना जरूरी हो गया है। अमरीका भी चाहता है कि WHO इस जांच में सहयोग करे ताकि चीन की चालबाजियां सामने आ सके।
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