एक इंटरव्यू में डॉ. हंस क्लूग ने कहा कि एक साल के अंदर भले ही कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध हो जाए, लेकिन ये कोई जादुई तरीके से कोरोना को खत्म नहीं कर देगी। इसके अलावा वैक्सीन बच्चों या बुजुर्गों जैसे अलग-अलग वर्गों पर कितनी असरदार साबित होती है इस बात की भी कोई गारंटी नहीं है। इसलिए लोगों को वैक्सीन के भरोसे नहीं रहना चाहिए। उन्हें खुद को मजबूत बनाने पर फोकस करना चाहिए।
उन्होंने महामारी से बचने और सही सलामत रहने के लिए कुछ खास बातें भी बताई। डॉ. क्लूग का कहना है कि इम्यूनिटी डेवलप होने तक हैंड वॉश और फिजिकल डिस्टेंसिंग सबसे प्रभावी हथियार हो सकते हैं। लोगों को डेली हाइजीन का खास ख्याल रखना चाहिए। कहीं आने—जाने के दौरान मास्क और ग्लव्स पहनने पर ध्यान देना चाहिए। साथ ही खुद की इम्युनिटी को बढ़ाना चाहिए।