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क्या पाक की सियासत में ताकतवर नेता के रूप में उभरेंगे इमरान खान

Published: Jun 29, 2018 02:48:35 pm

Submitted by:

Mohit Saxena

जुलाई में होने वाले आम चुनाव में एक—एक कर बड़े चेहरे सत्ता की रेस से बाहर हो रहे हैं।

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क्या पाक की सियासत में ताकतवर नेता के रूप में उभरेंगे इमरान खान

नई दिल्ली। पाकिस्तान की सियासत करवट लेती नजर आ रही है। जुलाई में होने वाले आम चुनाव में एक—एक कर बड़े चेहरे सत्ता की रेस से बाहर हो रहे हैं। वहीं पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के नेता इमरान खान सबसे अधिक ताकतवर नेता के रूप में उभर रहे हैं। राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार इस बार पाकिस्तान में होने वाले चुनाव में बड़ा उलट फेर हो सकता है। इस बार चर्चित चेहरे चुनावी मैदान से गायब हो चुके हैं। ऐसे में सिर्फ इमरान को इस चुनाव में भारी लाभ मिलने की उम्मीद दिखाई दे रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इमरान खान के पंजाब,खैबर पख्तुनख्वा और सिंध में नेशनल असेंबली के पांच निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ने की संभावना है।
इमरान का नामांकन स्वीकार किया

इस्लामाबाद से पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख इमरान खान का नामांकन स्वीकार कर लिया है। इससे पहले निर्वाचन अधिकारियों ने उनका नामांकन खारिज कर दिया था,जिसके खिलाफ वे ट्रिब्यूनल गए थे। लाहौर की ट्रिब्यूनल कोर्ट ने इमरान खान को मियांवाली के एनए-95 निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए योग्य करार दे दिया है। ऐसे में इमरान तमाम मुसीबतों के बावजूद एक मात्र ऐसा चेहरा हैं जो पाकिस्तान अवाम में ज्यादा लोकप्रिय होंगे। उनकी महान क्रिकेटर की छवि पार्टी को फायदा पहुंचा सकती है। हालांकि इमरान की पूर्व पत्‍नी रेहम खान जल्‍द ही अपनी आत्मकथा रिलीज करने वाली हैं जो कई विवादों जन्म दे सकती है। इससे उनकी छवि खराब होने का डर बना हुआ है।
चुनाव से बेदखली का दर्द महसूस कर रहे चर्चित चेहरे

देश की सियासत में अहम किरदार निभाने वाले चेहरे इस बार चुनाव से बेदखली का दर्द महसूस कर रहे हैं। इसमें सबसे ताजा नाम पाकिस्‍तान के पूर्व प्रधानमंत्री खाकन अब्‍बासी का है। चुनाव न्यायाधिकरण ने उनको रावलपिंडी से भी चुनाव लड़ने से रोक दिया। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट के आदेश से पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ का नामांकन खारिज किया जा चुका है। नवाज शरीफ की दावेदारी चुनावी मैदान से गायब हो चुकी है। इतना ही नहीं जिन पर वह सबसे ज्‍यादा भरोसा करते थे वह भी इस चुनाव में खड़े नहीं हो सकते हैं। इनमें उनकी बेटी मरियम का नाम है। इसके अलावा उनकी पत्‍नी कुलसुम की हालत बेहद नाजुक है,लिहाजा वह भी चुनाव से बाहर हैं। वहीं पाकिस्तान पीपुल पार्टी की भी छवि पाकिस्तान की जनता में खराब बनी हुई हैं। बेनजीर भुट्टे की मौत के बाद से पार्टी लगातार होती जा रही है।

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