सरकारी समाचार पत्र ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे का निधन कैंसर की वजह से हुआ था। व्हिसलब्लोअर साइट विकीलीक्स ने 2011 में ही यह बताया कहा था कि राष्ट्रपति मुगाबे कैंसर से पीड़ित हैं।
जिम्बाब्वे के पूर्व राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे का निधन, 37 सालों तक किया था देश का नेतृत्व
‘द हेराल्ड’ ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि मुगाबे को कैंसर था जो काफी बढ़ गया था, जिसके बाद उनका कीमोथैरेपी उपचार बंद कर दिया गया था क्योंकि यह प्रभावी नहीं था।
रिपोर्ट के मुताबिक, जिम्बाब्वे के मौजूदा राष्ट्रपति एमर्सन नांगाग्वा ने शनिवार को न्यूयार्क में पार्टी समर्थकों से कहा कि उनकी (मुगाबे) उम्र अधिक थी, जिसके कारण कैंसर फैल गया था और इलाज से भी कुछ मदद नहीं हो रही थी। जिसके बाद डॉक्टरों ने उपचार करना बंद कर दिया था।
परिवारवालों ने टिप्पणी करने से किया इनकार
इस मामले को लेकर पूर्व राष्ट्रपति मुगाबे के रिश्तेदार लियो मुगाबे ने कहा कि इस पर वह कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं। हालांकि इससे पहले रॉबर्ट मुगाबे के परिवारवालों ने बताया था के वे मोतियाबिंद के उपचार के लिए नियमित रूप से सिंगापुर जाया करते थे।
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आपको बता दें कि रॉबर्ट मुगाबे 95 वर्ष के थे। 1980 में श्वेत अल्पसंख्यकों के शासन की समाप्ति के बाद सत्ता में काबिज हुए थे, जिसके बाद वे लगातार 37 साल सात महीने तक पद पर काबिज रहे।
हालांकि 2017 में उनके खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया और फिर तख्तापलट कर उन्हें अपदस्थ कर दिया गया। सत्ता से बेदखल होने के बाद मुगाबे की सेहत धीरे-धीरे खराब होन लगा और अंततः 6 सितंबर 2019 को उनका निधन हो गया।
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