इसमें से 25 प्रतिशत चायनीज पटाखों की ब्रिकी होना बताया जा रहा है। हालांकि दुकानदारों का कहना है कि इस बार अधिकतर लोगों ने देशी पटाखों की ही मांग की। वैशाली नगर स्थित स्थायी लाइसेंसधारी
दुकानदार अमित भार्गव ने बताया कि पिछले 10 सालों में निरंतर चायनीज पटाखों की बिक्री होती थी, इस वर्ष यह घटकर 20-25 प्रतिशत रह गई है। इसका मुख्य कारण सरकारी प्रतिबंध और सुरक्षित नहीं होना माना जा रहा है।
दुकानदार अमित भार्गव ने बताया कि पिछले 10 सालों में निरंतर चायनीज पटाखों की बिक्री होती थी, इस वर्ष यह घटकर 20-25 प्रतिशत रह गई है। इसका मुख्य कारण सरकारी प्रतिबंध और सुरक्षित नहीं होना माना जा रहा है।
चायनीज पटाखों की ब्रिकी की अभी तक कहीं से भी शिकायत नहीं मिली है। सभी थाना प्रभारियों को पूर्व में ही चायनीज पटाखों की ब्रिकी करने एवं चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए थे। शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
-हरफूल सिंह यादव, अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर)