इस अध्ययन में जो दावा किया गया है उसमें कोई सुबूत नहीं दिए गए हैं लेकिन हज़ारों ऐप्स पर किए गए शोध के बात ये बात निकलकर सामने आयी है कि ऐप्स किसी ख़ास तरीके से यूजर्स की स्मार्टफोन स्क्रीन पर नजर रख रहे हैं और उसे रिकॉर्ड कर रहे हैं और यूजर की पल-पल की गतिविधियों की जानकारी इन ऐप्स तक पहुंच रही हैं।
रिसर्चर्स ने बताया, ‘हमने देखा कि कई सारे ऐप्स स्क्रीन और कैमरे से रिकॉर्ड किए गए कॉन्टेंट को इंटरनेट पर लीक करते हैं।’ उन्होंने ये भी कहा है कि, ‘सबसे जरूरी बात है कि, हमने पाया कि थर्ड-पार्टी लाइब्रेरी ऐप में यूजर की बातचीत का विडियो रिकॉर्ड करती हैं, इनमें यूजर की परमिशन और नोटिफिकेशन के बिना ही कई बार जरूरी बातें भी शामिल रहती हैं।
इस शोध के बाद एक बात तो साफ़ हो गयी है कि स्मार्टफोन से यूजर्स की प्राइवसी खतरे में आ गयी है। ऐसे में आज हम आपको कुछ तरीके बताने जा रहे हैं जिससे आप इन ऐप्स की जासूसी से बच सकते हैं।
ऐसे बचे ऐप्स की जासूसी से