जब से भारतीय मार्केट में स्मार्टफोन आया है तब से लोगों में सेल्फी लेने का क्रेज जबरदस्त तरीके से बढ़ रहा है। लोग एंटिक दिखने के चक्कर में ऐसी—ऐसी खतरनाक जगहों पर जाकर सेल्फी लेने की कोशिश करते हैं जहां उनकी जान को खतरा होता है। कई लोग को सेल्फी के चक्कर में अपनी जान तक पर खेल जाते है। लेकिन कभी—कभार ऐसी सेल्फी लेना भारी पड़ जाता है और जान तक गंवानी पड़ जाती है। लेकिन अब एक ऐसा एप आ चुका है जो लोगों को खतरनाक सेल्फी लेने को रोकने का काम करेगा।
इस एप का नाम सैफ्टी (Saftie) रखा गया है। इस एप को इंद्रप्रस्थ इंस्टिट्यूट ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलजी, दिल्ली (IIIT-D) के छात्रों ने बनाया है। रिसर्चर्स ने इस एप को इस तरह से डिजाइन किया है जिससे यह यूजर्स को खतरनाक सेल्फी लेने से रोकेगा। यह एप पूरी तरह से फ्री है तथा डाउनलोड करने के लिए इसे गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध कराया गया है। माना जा रहा है खतरनाक सेल्फी का शौक रखने वालों के लिए यह काफी फायदेमंद होगा।
Saftie एप ऐक्सिडेंट वाली जगहों को फोने की लोकेशन और पिक्चर में आ रही चीजों के हिसाब से अपने आप डिटेक्ट कर लेता है और यूजर्स को अलर्ट कर देता है। इतना ही नहीं बल्कि यह एप मैसेज करके भी खतरनाक जगहों पर सेल्फी लेने से रोकता है। इससे पहले पिछले साल ही IIT-D के फैकल्टीज और किलर सेल्फी टीम के पोन्नुरंगम कुमारगुरु ने अन्य रिसर्चर्स के साथ मिलकर सेल्फी की वजह से मौतों पर एक अध्ययन किया।
रिसर्चर्स की टीम ने 2014 से 2016 के बीच इससे जुड़ी रिपोर्ट्स का अध्ययन किया। सेल्फी से जुड़ी 127 मौतों में से कुल 76 केवल भारत से थी जो कि किसी भी एक देश से सबसे ज्यादा हैं। इस बारे में कुमारगुरु ने कहा है ऐसे मामलों में ग्रुप सेल्फी से जुड़े हादसे सबसे ज्यादा भारत से थे। लेकिन अब उनका मानना है कि सेफ्टी एप लोगों को खतरनाक सेल्फी लेने से रोकने में कारगर साबित होगा।