हफिंगटन का कहना है कि स्पष्ट तौर पर इसने यूजर्स अनेक प्रकार की अद्भुत चीजों को अंजाम देने में मदद की है। इसके साथ ही यह एप यूजर्स की क्षमता से कहीं आगे जाते हुए उनको काम करने और जिंदगी जीने में मदद करता है। आज स्मार्टफोन यूजर्स यह महसूस करने लगे हैं कि वो किसी अन्य चीज के जरिये नियंत्रित होने लगे हैं। इसलिए अब सोचने की दिशा में सोचने की जरूरत बताई गई है।
मेसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के साइंस एंड टेक्नोलॉजी के सोशल स्टडीज विभाग के प्रोफेसर शेरी टर्कले का कहना है कि इस संबंध में सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि लोगों ने डाइनिंग रूम जैसी चीजों का निर्माण खास तौर पर इस मकसद से किया था कि वहां बैठ कर अपने परिवार या किसी अन्य परिचित के साथ इत्मिनान से बात की जा सके, लेकिन स्मार्टफोन ने इसे बदल दिया है। ऐसे में यह एप स्वयं जवाब भेजेगा।
यह एप हमें अनेक प्रकार से स्मार्टफोन के इस्तेमाल से बचाने वाला है। जब कोई टेक्स्ट मैसेज मोबाइल पर आयेगा तो यह एप अपने आप मैसेज भेजेगा कि आप किसी कार्य में व्यस्त हैं। कहा गया है की यह एप हमारे फोन में मौजूद तमाम रिलेशनशिप के बारे में चीजों को अपने हिसाब से मैनेज करेगा। आप जिन नंबर पर अक्सर संपर्क में रहते हैं, उनसे इसे एक खास सॉफ्टवेयर से जोड़ा जायेगा।