हाल ही में लॉन्च हुआ माइक्रोसॉफट विंडोज 10 अब तक 14 मिलियन डिवाइसेज में किया जा चुका है इंस्टॉल
नई दिल्ली। माइक्रोसॉफ्ट द्वारा हाल ही में लॉन्च किए गए विंडोज 10 ऑपरेटिंग सिस्टम की एक के बाद एक खामियां सामने आती जा रही है। हाल ही में यह बात सामने आई थी कि विंडोज 10 आपके कंप्यूटर में सेव पायरेटेट गेम्स और एप्स को ऑटोमेटि ही डिलीट कर देता है। इसके बाद अब सामने आया है कि यह ऑपरेटिंग सिस्टम यूजर्स की निजी जानकारियां और डेटा माइक्रोसॉफ्ट कंपनी को भेज रहा है।
ये सूचनाएं भेज रहा हैतकनीकी वेबसाइट आर्स टेक्निका के मुताबिक विंडोज 10 आपके कंप्यूटर में मौजूद पर्सनल ईमेल्स की सूचनाएं, एड्रेस बुक्स तथा अन्य कई तरह की फाइलें माइक्रोसॉफट को भेज रहा है। इसके अलावा इस पर अकाउंट क्रिएट करते ही कंपनी यूजर्स की बेसिक सूचनाएं, पासवर्ड तथा के्रडिट कार्ड डिटेल्स आदि की जानकारी भी ले लेती है। इसके लिए माइक्रोसॉफ्ट कॉर्टाना और पर्सनल असिस्टेंट एप को जिम्मेदार माना जा रहा है।
ऎसे जाती है आपकी सूचनाएंउदाहरण के लिए जैसे ही कोई यूजर अपने फोन से किसी यूजर को कॉल करता है तो कॉर्टाना उसके ईमेल्स, टेक्सट, केलेंडर तथा कॉन्टेक्ट्स समेत वेब हिस्टी और लोकेशन आदि की जानकारी ले लेता है। यह डेटा कंपनी के एस एसडब्लू.लाइव.कॉम नामक सर्वर पर पहुंच जाता है। यही सर्वर माइक्रोसॉफ्ट के वन ड्राइव स्टोरेज सिस्टम के लिए भी यूज में लिया जाता है। ऎसे में यूजर्स की निजी जानकारी माइक्रोसॉफ्ट के पास चली जाती है।
माइक्रोसॉफ्ट का तर्कइस पर माइक्रोसॉफ्ट ने कहा है कि वह यूजर्स की ये जानकारियां उन्हें ज्यादा अच्छी सर्विस मुहैया कराने के उद्देश्य से कर रही है। इनका उपयोग एडवरटाईजिंग अथवा किसी थर्ड पार्टी को उपलब्ध कराने के लिए नहीं किया जाता है।