केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी अपने संसीदय क्षेत्र पीलीभीत के दौरे पर आई थी। उनका यहां दो दिवसीय दौरा था। तो वहीं सुबह के लगभग 11.30 बजे वह विकास भवन गांधी सभागार में सतर्कता समिति में हिस्सा लेने पहुंची। जिसके बाद वह वहां से जिला अस्पताल की ओर निकली। जहां उन्हें जापानी बुखार से बचने के लिए टीकाकरण अभियान का शुभारंभ करना था। लेकिन बीच रास्ते उन्होंने पेट दर्द की शिकायत की। फिर सीधे उन्हें जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में ले जाएगा। जहां से उन्हें आईसूयी में भेज दिया गया।
जहां अस्पताल में कोई अल्ट्रासाउंड करने वाला नहीं तो फिर एक निजी डॉक्टर को बुला उनका चेकअप करया गया। जहां डॉ. केएन तिवारी ने अस्ट्रासाउंड किया तो गाल ब्लैडर में पथरी पाई। सूचना के मुताबिक उन्होंने सांस की तकलीफ बताई थी, लेकिन डॉक्टरों ने कहा कि मेनका गांधी को सासं से जुड़ी कोई तकलीफ नहीं है। हालांकि वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. महेश चन्द्रा और जिला अस्पताल के डॉ. एसके मिश्रा ने हृदय की जांच की।
इसके बाद पीलीभीत के निजी यूरोलोजिस्ट डॉ. पीडी सिंह को बुलाया गया। पेनकिलर के रूप में इंजेक्शन दिए गए। इस समय वे पीलीभीत के सीएमओ और जिला अस्पताल के सीएमएस की निगरानी में हैं। उन्हें अस्पताल में लगभग डेढ़ बजे भर्ती कराया गया। फिर जिलाधिकारी शीतल वर्मा ने बरेली से हेलीकॉप्टर मंगवाया है।
फिहलाह मौके पर बीजेपी के कई नेता जिला अस्पताल में मौजूद हैं। और उन्हें बेहतर इलाज के लिए दिल्ली भेजा जाएगा। वहीं सीएओ का कहना है कि फिलहाल घबराने की कोई जरिरत नहीं हैं। अस्पताल में कई नेता उन्हें देखने के लिए भीड़ लगाए हुए हैं।