हिमाचल की युवती भी मिली बापूधाम में जिन 9 लोगों में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई है उनमें 48 साल का एक पुरुष, 40 साल का एक पुरुष, 37 साल का एक पुरुष,14 साल का एक लड़का, 23 साल का एक युवक, 3 साल का एक बच्चा, 22 साल की एक लड़की, 35 साल की एक महिला, 45 साल की एक महिला शामिल है। 23 साल की युवती हिमाचल प्रदेश के बद्दी की रहने वाली है। वह चंडीगढ़ आई थी और कोरोना संक्रमित हो गई।
नई रणनीति बापूधाम कॉलोनी में कोरोना की चेन तोड़ने के लिए प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने नए प्लान को मंजूरी दी है। कॉलोनी की एक हिस्से में संक्रमण सबसे ज्यादा है। इसके चक्कर में पूरे इलाके की आबादी पर पाबंदियां एक जैसी हैं। लोगों की मांग को देखते हुए अब प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन और बफर जोन को अलग-अलग करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। निदेशक स्वास्थ्य से विचार विमर्श के बाद डीसी मनदीप बराड़ बफर जोन की बाउंड्री तय करेंगे। इससे बफर जोन में रहने वालों को जरूरी राहत दी जा सके। बफर जोन में रह रहे प्रवासी श्रमिकों को जरूरी मेडिकल स्क्रीनिग के बाद उनके मूल निवास जाने की मंजूरी भी दी जा सकती है। संक्रमित मरीज के स्वजनों को अब कॉलोनी से बाहर रखा जाएगा। अब जो भी बापूधाम कॉलोनी में पॉजिटिव केस मिलता है, उसके प्राइमरी या फैमिली कांटेक्ट में रहे सदस्यों को बापूधाम से बाहर आइसोलेट किया जाएगा। उन्हें बापूधाम में नहीं रखा जाएगा। अब यह नियम नए सभी पॉजिटिव केस के लिए होगा। पहले प्रशासन ने ऐच्छिक तौर पर यह सुविधा शुरू की थी। बापूधाम से बाहर दो जगह इसके लिए क्वारंटाइन या आइसोलेट सेंटर बनाए गए हैं। एक बड़ा सेंटर रायपुरकलां का नया बना मॉडल स्कूल और दूसरा पंजाब यूनिवर्सिटी का गर्ल्स हॉस्टल नंबर-8 होगा। डीसी इन सेंटर में खाने और अन्य दूसरी सभी व्यवस्था करेंगे। इसके लिए बेड इन सेंटरों में लगाए जा रहे हैं। बापूधाम के पूरे एरिया को रेगुलर जरूरी केमिकल का छिड़काव कर सेनिटाइज किया जाएगा। तंग गलियों को तो रोजाना क्लीन और सेनीटाइज नगर निगम करेगी। गरीब लोगों के लिए आवश्यक संख्या में मास्क और सेनिटाइजर उपलब्ध रहेगा।