पिछले साल दिसम्बर में मोहाली जिले के गांवों में फुट एंड माउथ रोग का पता चला था। अब तक यह बीमारी दूर-दूर तक फैल गई है। हालांकि राज्य सरकार ने इस बीमारी का संज्ञान लिया है और कुछ नमूने जांच के लिए भुवनेश्वर स्थित इंटरनेशनल सेंटर फॉर फुट एंड माउथ डिजीज को भेजे गए थे। सेंटर ने अपनी रिपोर्ट में फुट एंड माउथ रोग होने की पुष्टि कर दी है। लेकिन प्रदेश का पशुपालन विभाग यह मान रहा है कि बीमारी के छुट-पुट मामले हैं और चिंता की कोई बात नहीं है।
लेकिन यह बीमारी का ही असर है कि राज्य सरकार ने मोहाली में आयोजित की जाने वाली 11वीं राष्ट्रीय पशुधन चैम्पियनशिप का आयोजन रोक दिया है। बीमारी के बहुत अधिक संक्रामक होने के कारण पशु व्यापार पर भी असर पड़ा है। पंजाब में हर साल 900 पशु मेले आयोजित किए जाते है। राज्य सरकार ने बीमारी वाले इलाकों में पशु मेलों का आयोजन न करने का फैसला किया है। राज्य सरकार टीकाकरण पर सालाना 12 करोड रूपए खर्च करती है और फिर भी बीमारी ने पैर पसार लिए है।