वह मटौर थाने के लॉकअप में बंद था। उस पर पुलिस ने सीआरपीसी 107,151 की कार्यवाही की थी। जिसके तहत आज उसे एसडीएम कोर्ट में पेश किया जाना था। मगर गत देर रात वह पुलिस हिरासत के दौरान मारा गया। रात को थाने के डयुटी इंचार्ज एएसआई अश्वनी कुमार और उनके साथ हवलदार अमद नाथ थे। इस बात का पता चलने पर पुलिस के आलाधिकारी भी परेशान हो गए।
एसपी इन्वेस्टीगेशन हरबीर सिंह अटवाल थाने पहुंचे। पुलिस ने मामले की गंभीरता देखते हुए डीसी की जानकारी में यह मामला लाया। जिसके बाद इस मामले की न्यायिक जांच बिठाई गई। अदालत से जज हरप्रीत सिंह बतौर डयुटी मेजिस्ट्रेट मौके पर आए। थाने के हवालात से लाश बाहर निकलवा कर उसे अस्पताल के शव गृह में पहुंचाया। अस्पताल में तीन डाक्टरो के बोर्ड ने प्रवीन के शव का पोस्ट मार्टम किया। इस मामले की अब न्यायिक हिरासत शुरु की गई है। उधर प्रवीन ने जिस मनोज कुमार को चाकू मारा था वह खतरे से बाहर पीजीआई चंडीगढ़ में दाखिल है।
यह है मामला-गौर होकि मनोज पर आरोप है कि वह प्रवीन निवासी जिला रुपनगर थान आनंदपुर साहिब की बहन को परेशान करता था। इसके चलते प्रवीन गत शाम को गांव से यहां बहन के पास आया और मनोज को इस बारे में बात करने के लिए थाने से थोड़ी दूरी पर फेज 07 मार्केट में बुलाया था। यहां बात बढ़ने पर प्रवीन ने मनोज को चाकू मार दिया था। जब वह वहां से •ाागने लगा तो जनता ने उसे पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया था।
बकौल पुलिस-शुक्रवार को अल सुबह तक सब ठीक था। मगर पांच बजे जब प्रवीन को पुलिस कर्मी देखने गया तो पाया कि उसने रजाई के गिलाफ के कपड़े की रस्सी बनाकर फांसी के फंदे पर लटका हुआ था। एसएसपी मोहाली कुलदीप सिंह चहिल ने बताया कि इस मामले की न्यायिक जांच की जा रही है। जिसके बाद ही मौत की वजह और पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में मरने का कारण सामने आएगा।
परिजनो को ना बताया
मृतक के परिजनो ने सिविल अस्पताल में मीडिया को बताया कि पुलिस ने जब प्रवीन पर गत रात कार्यवाही दर्ज कर उसे गिरफतार किया तो उनको ना बताया। आज जब प्रवीन पुलिस हिरासत के दौरान खुदकुशी कर गया तो सुबह आनंदपुर साहिब पुलिस उनके घर आई। वहां भी यह बताया गया कि प्रवीन को मारपीट मामले में पकड़ा गया है। यहां आकर पता चला कि प्रवीन की मौत हो गई। प्रवीन के परिवार को जिला रुपनगर के एक डिप्टी एसपी यहां लेकर आए।