टैक्स चोरी करवा रहे थे पंजाब विजीलेंस ब्यूरो के मुख्य डायरेक्टर-कम-एडीजीपी बी.के. उप्प्ल ने बताया कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की हिदायतों पर राज्य के आबकारी और कर विभाग ने कुछ अधिकारियों द्वारा व्यापारियों के साथ मिलीभगत करके राज्य में टैक्स चोरी को रोकने के लिए एक अभियान चलाया हुआ है। इसके तहत विभाग के अधिकारियों के द्वारा व्यापारियों के साथ भागीदार बनके सरकारी खजाने को चूना लगाया जा रहा था। इस कारण विजीलेंस ब्यूरो ने यह बड़ी कार्रवाई करते हुये इन अधिकारियों और व्यापारियों के खिलाफ दो पर्चे दर्ज किये हैं। कुछ दोषियों को गिरफ्तार भी कर लिया है।
इन्हें किया गया गिरफ्तार श्री उप्पल ने बताया कि आज इन दोनों मुकदमो में गिरफ़्तार किये गए विभाग के अधिकारियों में वरुण नागपाल ईटीओ मुक्तसर, सत्तपाल मुल्तानी ईटीओ फरीदकोट, कालीचरन ईटीओ शंभू (मोबाइल विंग), जपसिमरन सिंह ईटीओ अमृतसर, राम कुमार इंस्पेक्टर जालंधर और शिव कुमार मुंशी सोमनाथ ट्रांसपोर्ट फगवाड़ा शामिल हैं।
इनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज उन्होंने बताया कि एक मुकदमे में आबकारी और कर विभाग के डीईटीसी सिमरन बराड़, वेदा प्रकाश जाखड़ ईटीओ फाजिल्का, सत्तपाल मुलतानी ईटीओ फरीदकोट, काली चरण ईटीओ मोबायल विंग चंडीगढ़ एट शंभू, वरुण नागपाल ईटीओ मुक्तसर, रवीनन्दन ईटीओ फाजिल्का, प्यारा सिंह ईटीओ मोगा और विजय कुमार पराशर निवासी आदर्श कालोनी खन्ना, जि़ला लुधियाना शामिल हैं। इस तरह दूसरे केस में सुशील कुमार ईटीओ अमृतसर ( अब पटियाला), दिनेश गौड़ ईटीओ अमृतसर, जप सिमरन सिंह ईटीओ अमृतसर, लखवीर सिंह ईटीओ मोबायल विंग अमृतसर, राम कुमार इंस्पेक्टर, सोमनाथ ट्रांसपोर्टर निवासी फगवाड़ा, शिव कुमार मुंशी ( पराशर सोमनाथ) और पवन कुमार शामिल हैं।
लाखों रुपये की रिश्वत वसूली दूसरे केस का खुलासा करते हुये श्री उप्पल ने बताया कि विजीलेंस को साधू ट्रांसपोर्ट के मालिक सोमनाथ निवासी फगवाड़ा की तरफ से आबकारी और कर विभाग के अधिकारियों /कर्मचारियों के साथ मिलीभगत करके टैक्स चोरी करने की सूचना प्राप्त हुई थी। पंजाब के अंदर जाली बिल से सामान ले जाने और पंजाब से बाहर गैरकानूनी ढंग के साथ अलग अलग व्यापारियों का सामान जाली बिलों द्वारा ढुलाई के मौके गाड़ियाँ चेकिंग न करने की एवज़ में लाखों रुपए की रिश्वत अलग अलग समय और अधिकारियों को पहुंचायी जाती थी।
कॉस्मेटिक्स के बिल पर विदेशी सिगरेट इस नाजायज काम में सोमनाथ का मुंशी (पराशर) शिव कुमार और पवन कुमार शामिल हैं। यह पवन कुमार कुछ ईटीओ के साथ भी बतौर ड्राइवर काम करता रहा है। उन्होंने बताया कि सोमनाथ मालिक साधू ट्रांसपोर्ट अमृतसर, लुधियाना, जालंधर, पटियाला और शंभू में तैनात अधिकारियों /कर्मचारियों को महीने के तौर पर रिश्वत लाखों रुपए रिश्वत देता था। उन्होंने बताया कि गाड़ी में कई बार महँगी विदेशी सिगरेट भी ले जाई जाती थीं। बिल कॉस्मेटिक्स के दिखाऐ जाते थे। ट्रकों को बार्डरों के पार करवाते समय यह मोबाइलों के साथ एक दूसरे पर संपर्क में रहते थे और विभाग के अधिकारियों /कर्मचारियों को सम्बन्धी गाड़ीयाँ बिना रोके गुजारने के लिए सूचना देते थे। दोनों मुकदमो में विजीलेंस ने पूरी कठिन पड़ताल के उपरांत अधिकारियों व कर्मचारियों समेत इन ट्रांसपोर्ट के कुछ दोषियों की गिरफ़्तारी की है।