मुरादाबाद। यूपी पुलिस के थाने ही अब सुरक्षित नहीं है। ताजा मामला मुरादाबाद के मझौला थाना का है। यहां के मालखाने में एक मामले के जमा ग्यारह लाख रुपए गायब होने से पूरे महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। जिसका पता चलते ही आला अधिकारियों ने जिम्मेदार मुंशी को निलंबित कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
दरअसल थाना मझौला में अक्तूबर 2016 में एक मुकदमा दर्ज किया गया था। उस मामले में पुलिस ने 7 लोगों को गिरफ्तार कर 11 लाख 10 हजार रुपए बरामद किए थे। ये रुपए थाना मझौला के मालखाने में जमा कर लिए गए थे। इस मामले में सक्षम न्यायालय द्वारा वादी के पक्ष में 11 लाख 10 हजार रुपए रिलीज करने के आदेश को लेकर जब वादी थाना मझौला पहुंचा, तो मालखाने में उसके रुपये का पैकेट नहीं मिला। तब वादी ने इस मामले की जानकारी न्यायालय के साथ-साथ एसएसपी मुरादाबाद को दी है।
एसएसपी मुरादाबाद ने इस मामले की जांच थाना इंचार्ज मझौला को सौंप दी है। थाना अध्यक्ष ने दिनांक 27 दिसंबर 2016 को एसएसपी मुरदाबाद को रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में साफ-साफ लिखा गया है कि उक्त गबन को पुलिसकर्मी यमन कुमार द्वारा अंजाम दिया गया है। इस पर एसएसपी मुरादाबाद ने यमन कुमार को निलंबित कर दिया है। इस गबन के आरोप में यमन कुमार के खिलाफ थाना मझौला में मुकदमा अपराध संख्या : 1260/2016 धारा 409 IPC दर्ज किया गया है।
वहीं धारा 409 में अपराध सिद्ध होने पर आरोपी को आजीवन कारावास की सजा हो सकती है। इस घटना के बाद अब पुलिस की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठ रहे हैं। क्योंकि उसकी छवि आमजन में अभी भी सुधरी नहीं है और खाकी के दामन पर ये बदनुमा दाग एक और लग गया है।