यहां हुआ सम्मेलन
कांठ विधानसभा स्थित कोकरपुर गांव में आज जाट महासम्मेलन में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया। केंद्र की भाजपा सरकार पर जाट आरक्षण को लेकर वादाखिलाफी और गुमराह करने का आरोप लगाते हुए जाट नेताओं ने जमकर निशाना साधा। अखिल भारतीय जाट आरक्षण समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने आरोप लगाया कि 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने जाट आरक्षण लागू कर कानून बनाने का आश्वासन दिया था। लेकिन चार साल बीत जाने के बाद भी कानून पारित नहीं किया गया।
हरियाणा हिंसा में भाजपा पर आरोप
यही नहीं यशपाल मलिक ने हरियाणा में जाट आंदोलन में हुई हिंसा के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया और आरोप लगाया कि भाजपा ने अपने जाट नेताओं के जरिये आंदोलन में हिंसा फैलाई। जिसके चलते 18 नौजवानों को अपनी जान गंवानी पड़ी। यशपाल मलिक ने सरकार पर आरक्षण देने के बजाय ओबीसी को आपस में लड़ाने का आरोप लगाया। यशपाल मलिक के मुताबिक केंद्र सरकार ने आरक्षण के बंटवारे और उत्तर प्रदेश में जाट आरक्षण को लेकर आयोग का गठन किया है। साथ ही केंद्र सरकार ने आरक्षण के लिए रोहिणी आयोग भी गठित किया हुआ है। आरक्षण का बंटवारा होने पर ओबीसी में शामिल लोग हिस्सेदारी को लेकर आपस में लड़ेंगे और किसी के हाथ कुछ नहीं आएगा। ऐसे में जाट सम्मेलन में मांग रखी गयी कि आरक्षण का कोटा साठ फीसदी किया जाय तभी आरक्षण में बंटवारा किया जाय।
जनजागरण अभियान चलाया जायेगा
जाट महासम्मेलन में जाट नेताओं ने सभी शामिल लोगों से जनजागरण अभियान शुरू करवाने और अपनी मांगों को लेकर आंदोलन की तैयारी के निर्देश दिए है। सम्मेलन में जाट आरक्षण को यूपी में आयोग की रिपोर्ट लेकर बहाल रखने, हरियाणा में जाट कार्यकर्ताओं पर हो रहें अत्याचार रोकने की मांग की गई। जाट नेताओं ने जाट बाहुल्य सीटों पर तहसील और ब्लॉक स्तर के कार्यकर्ताओं को संगठित करने पर जोर दिया और मांगे पूरी ना होने पर भाजपा सरकार के खिलाफ खड़े होने पर जोर दिया।