दरअसल मरने वाले का बेटा गांव के ही एक किसान के खेत पर बतौर मजदूरी खीरे की फसल को तोड़ने गया था। अचानक मजदूर से बजाए खीरे के खीरे की जड़ यानि पूरा पेड़ जो एक बेल के आकार का होता है वह उखड़ गया जिसको लेकर खेत मालिक अपने मजदूर पर बिफर पड़ा। मजदूर ने जुबान खोली तो खेत मालिक ने उसे थप्पड़ जड़ दिए। जिससे नाराज होकर मजदूर अपने घर आया और उसने अपने परिजनों को पूरी बात बताई। घर वाले अपने बेटे को लेकर पुलिस चौकी इमरता पहुंचे। जहां पर पुलिस ने उनकी तहरीर ले ली, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जिसको लेकर हताश और निराश मजदूर अपने घर आ गया। अगले दिन जैसे ही मजदूर अपने पिता के साथ खेत पर जा रहा था कि तीन लोगों ने पिता पुत्र पर यह कहकर हमला कर दिया कि मेरे खिलाफ पुलिस में गए इसकी सजा अभी दूंगा। उसके बाद तीनों ने मजदूर के पिता अमर सिंह को पीट-पीट कर मार डाला।
पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ हत्या के आरोप में एफआईआर दर्ज कर ली है। सभी आरोपी फरार हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी होगी। शव को पोस्टमार्टम के लिए ज़िला अस्पताल भेज दिया है। यह घटना इमरता गांव की है। दोनों लोग एक ही समुदाय के हैं। मामूली सी बात पर यह हत्त्या हुई है। हत्त्या को लेकर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। मृतक के बेटे ने मजदूर अजय की ओर से गांव के ही करन सिंह, चेतराम और विशाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। घटना के बाद से सभी आरोपी अपने-अपने घरों में ताला लगाकर भाग गए हैं। गांव में घटना इसलिए चर्चा का विषय बनी हुई है, क्योंकि मामूली खीरे की बेल को लेकर हत्त्या हो गई।