script23 दिन तक कोरोना से चली कैबिनेट मंत्री की भतीजी की जंग, जीतने के बाद हुई बेहद भावुक | after get negative report corona positive patient discharge | Patrika News

23 दिन तक कोरोना से चली कैबिनेट मंत्री की भतीजी की जंग, जीतने के बाद हुई बेहद भावुक

locationमुरादाबादPublished: Apr 10, 2020 03:55:34 pm

Submitted by:

jai prakash

Highlights -23 दिन तक जिला अस्पताल में चला इलाज -डिस्चार्ज के दौरान हो गयीं भावुक -सीएमएस ने अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ की मेहनत को सराहा -फ्रांस से लौटकर आने के बाद हुई थी कोरोना की पुष्टि

marisha_shukla.jpg

मुरादाबाद: कोरोना महामारी के बीच जनपद के लिए आज अच्छी खबर आई, जब यहां कोरोना संक्रमित भर्ती युवती की निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद उसे डिस्चार्ज किया गया। 23 दिन तक अस्पताल में अपने जूनून के बल पर कोरोना को मात देने वाली मारिषा शुक्ल जब बाहर निकलीं तो वे अस्पताल स्टाफ को लेकर काफी भावुक हो गयीं और सभी से अपील भी कि घरों में ही रहें और अगर किसी को शक है तो वो अपना चेकअप जरुर कराये। वहीँ अस्पताल की सीएमएस और स्टाफ ने उन्हें बुके देकर घर के लिए रवाना किया। उधर घर पहुँचते ही घरवाले भी काफी भावुक हो गए। फ़िलहाल डॉक्टरों ने उन्हें अगले 15 दिन तक होम क्वारंटाइन का निर्देश दिया है। साथ ही दवा और खुराक के बारे में भी सजग किया है।

Hapur: कोरोना से बचने के लिए वकील ने पेड़ पर बनाया आशियाना

23 दिन तक चला इलाज
सीएमएस डॉ ज्योत्स्ना पन्त ने बताया कि 23 दिन तक युवती का इलाज अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ ने किया हमारे यहां ये कोरोना संक्रमित का पहला केस था। जिसमें हम लोगों ने सामूहिक रूप से सफलता पायी है।उन्होंने बताया कि खुद युवती ने भी अस्पताल स्टाफ को काफी सपोर्ट किया। जिस कारण उसकी हालत में तेजी से सुधार हुआ। ये हमारे लिए काफी गौरव की बात है उन्होंने पूरे स्टाफ की मेहनत को सराहा। उन्होंने बताया कि कोरोंना के प्रोटोकॉल के मुताबिक ही हमारे डॉक्टर ने दवाईयां दी, इसके अलावा प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की दवाइयों के साथ ही दूध, दो केले और दो संतरे भी दिए जाते रहे। आगे भी उन्हें दवा और खानपान के बारे में सबकुछ बताया गया है।

रस्म तेहरवीं में शामिल होना पड़ा भारी, किसान यूनियन राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत बड़ी संख्या में लोगों को किया गया क्वारंटाइन

हो गयीं भावुक
वहीँ जब अस्पताल स्टाफ मारिषा शुक्ल को भेजने आया तो वो भी काफी भावुक हों गयीं और सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि कैसे ये दिन कट गए पता ही नहीं चला। एक परिवार की तरह ही ट्रीटमेंट चला।

Lockdown में बेजुबानों के लिए सहारा बने हिफाजत अली, गायों को भी ढूंढकर भरते हैं उनका पेट

फ़्रांस से आयीं थीं
यहां बता दें कि मारिषा शुक्ल कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान की भतीजी हैं और फ्रांस से 13 मार्च को लौटीं थीं। उन्हें 18 को कोरोना के लक्षण के चलते जिला अस्पताल लाया गया। जहां रिपोर्ट पॉजिटिव होने के बाद उनका इलाज चला और वे आस ठीक होकर लौट गयीं। सीएमओ डॉ एम.सी. गर्ग के मुताबिक फ़िलहाल जनपद में अब कोई कोरोना संक्रमित की पुष्टि नहीं है। एक दर्जन से अधिक आशंकित की रिपोर्ट आना अभी बाकी है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो