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भाजपा नेता को सरेआम मारी गोली, हालत गंभीर, देखें वीडियो आजम खान ने इस बात पर आगे कहा, मैं इस फैसले से काफी खुश हूं, और इसका खुले दिल से स्वागत करता हूं। ये फैसला तो काफी पहले ही हो जाना चाहिए। और सिर्फ तामहल को गिराना एक अधूरा फैसला है। ताजमहल के साथ- साथ क़ुतुब मीनार, दिल्ली का लाल किला, आगरा का किला, संसद भवन और राष्ट्रपति भवन भी गुलामी की निशानी है। और अगर सीएम योगी जी गुलामी की निशानियों को तोड़ने जाएंगे तो मैं उनके साथ जरूर जाऊंगा। सीएम योगी पर निशाना साधते हुए आजम खान ने कहा कि गुलामी की निशानी को बुकलेट से हटाना ही सही नहीं बल्कि इस सारे स्मारकों को गिराकर ध्वस्त कर देना चाहिए। बाबरी मस्जिद में तो नहीं दे सकते थे, क्योंकि वो अल्लाह का घर था। लेकिन ताजमहल मकबरा है और गुलामी की निशानी है। और योगी जी खुद इस बात को बोल चुके हैं कि मुगल हमारे पूर्वज नहीं थे।
आपको बतादें कि सोमवार को उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन विभाग ने पर्यटन स्थलों पर एक बुकलेट जारी किया था जिसमें तामहल को पर्यटन स्थलों में शामिल नहीं किया गया था। इसकी जगह सीएम योगी आदित्यनाथ के गोरखनाथ मंदिर को शामिल किया गया है। इसी बात को लेकर इस मामले को विवाद और भी बढ़ गया है। हालांकि अभी आजम खान के इस बयान पर भाजपा का कोई पलटवार नहीं आया है।