10 बैंकों का विलय है प्रस्तावित दरअसल, 10 बैंकों का विलय प्रस्तावति है। केंद्र सरकार के घोषणा के अनुसार, 1 अप्रैल से 10 बैंकों का विलय चार बैंकों में होगा। इसके तहत पंजाब नेशनल बैंक (PNB), सिंडिकेट बैंक (Syndicate Bank), इलाहाबाद बैंक (Allahabad Bank) और केनरा बैंक (Canara Bank) जैसे 10 बड़े बैंकों के विलय की घोषणा हुई है। इनके विलय से चार बड़े बैंक बनेंगे। इसका असर इन बैंकों के खाता धारकों पर भी पड़ेगा। बैंकों के विलय से इनके आईएफएससी कोड व खाता नंबर बदल जाएंगे।
इन बैंकों का होगा विलय इंडियन बैंक (Indian Bank) में इलाहाबाद बैंक का विलय प्रस्तावित है। इलाहाबाद बैंक के खाता धारकों का अकाउंट नंबर 11 अंकों का होता है। इंडियन बैंक में विलय के बाद यह 12 अंकों का हो जाएगा। पीएनबी में 16 अंकों का खाता नंबर होता है। ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के विलय के बाद इन बैंकों के खाता धारकों के अकाउंट नंबर बदल जाएंगे। इसी तरह केनरा बैंक में सिंडिकेट बैंक का विलय होगा। साथ ही आंध्रा बेंक और कॉरपोरेशन बैंक का यूनियन बैंक के साथ विलय होगा। इसके बाद नेशनल बैंकों की संख्या 12 रह जाएगी।
यह कहा अधिकारी ने मुरादाबाद के जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक सतीश कुमार गुप्ता का कहना है कि बैंकों के विलय का असर खाता धारकों पर पड़ेगा। विलय के बाद प्रवर्तक बैंक का आईएफएससी कोर्ड व खाता नंबर लागू होगा। इनका बदलना लाजमी है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की पूरी कोशिश है कि इसमें ग्राहकों को कोई परेशानी न हो। इस प्रक्रिया के बाद मुरादाबाद में 82 बैंकों का आईएफएससी कोड बदल जाएगा।