दरअसल साल 2005 में जब सपा की सरकार थी तब आज़म खान साहब कैबिनेट मिनिस्टर थे. उस दौरान उन्होंने दिल्ली-लखनऊ हाइवे 24 के किनारे जो एक तिराहे के रूप में नगर की मेन सड़क पर भाजपा के मुख्तार अब्बास नकवी समेत कई बड़े नेताओं ने पंडित दीन दयाल की प्रतिमा लगा दी. जिसे रातों -रात असमाजिक तत्वों ने उखाड़ फेंक सड़क के किनारे लगा दी जो आज भी लगी है । विश्व हिंदू परिषद, विश्व हिन्दू महासभा, हिन्दू युवा वाहिनी समेत बीजेपी ज़िला कर्ताओं ने सरकार से मांग कर डाली की पंडित दीन दयाल की प्रतिमा को उसी स्थान पर लगाया जाए जहाँ पर लगी थी । लेकिन फिलहाल सरकार होने पर भी उनकी ये कोशिश सफल नहीं हो सकी.
बीते महीने खुद डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने रामपुर ज़िला अधिकारी को दिशा निर्देश दिए थे कि वह जल्द तैयारी करवाये. उसी क्रम में पिछले कई दिनों से आर डी ए की टीम अपना काम करवा रही थी , गढ्डा भी खुदवा दिया गया । अगले कुछ दिनों बाद डिप्टी सीएम वहां आकर प्रतिमा लगाते, लेकिन उससे पहले सपा सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे मोहम्मद आजम खां ने एक पत्र डीएम को भेज नराजगी जताई जिस पर डीएम ने कोई संज्ञान नहीं लिया । पूर्व मंत्री के पत्र पर डीएम ने जब कोई संज्ञान नहीं लिया तब आज़म खान साहब ने एक और पत्र लिखा जिसमे हाईकोर्ट के स्टे की बात लिखी और कहा कि कलेल्टर खुद हाई कोर्ट के आदेश की अवहेलना करेंगे तो नगर में क्या हालत हो जायेंगे, जिसे पढ़कर डीएम शिव सहाय अवस्थी ने अनान-फानन ने तुरंत काम बंद करवा दिया ।
डीएम शिव सहाय अवस्थी कल तक सरकार के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा के लिए और उनके आदेश का पालन कर रहे थे कि अचानक आज़म के पत्र पर डीएम को काम रोकना पड़ा । डीएम साहब अब कह रहे हैं कि हाईकोर्ट के स्टे है जो उसकी जानकारी पहले से नहीं थी जानकारी लगते ही काम को रुकवा दिया है। डीएम ने यह भी बताया कि कुछ अराजक तत्वों ने पंडित दीन दयाल की प्रतिमा को उखाड़ कर दूसरी जगह लगा दी । फिलहाल कोर्ट के अग्रिम आदेश तक यथा स्थति रहेगी ।
रामपुर में पंडित दीन दयाल की प्रतिमा हटाने और उसी जगह पर लगाने को लेकर सपा शासन काल में बीजेपी के बड़े नेता यहाँ आये थे जिसमें कलराज मिश्र, विनय कटियार, उमा भारती, मुख्तार अब्बास नकवी , राजनाथ सिंह , एल के आडवाणी भी यहाँ आये जिन्हें. रामपुर पुलिस ने हिरासत में लिया और कुछ देर बाद उन्हें छोड़ दिया । तभी से बीजेपी के नेताओं में यह टीश थी की जब कभी अपनी सरकार आएगी तो यह काम पूरा किया जायेगा लेकिन खान साहब के एक लेटर में सब खत्म हो गया ।
सपा सरकार में पंडित दीन दयाल की प्रतिमा जिस जगह से हटाई उसी के आसपास खान साहब का प्रशासन एक बड़ा स्वागत गेट लगाना चाहता था कुछ काम भी हुआ लेकिन उस काम को लेकर बीजेपी वालों ने सपा के कद्दावर नेता आज़म खान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और हाई कोर्ट चले गए जिसमे उस दौरान हाई कोर्ट ने गेट बनाये जाने को लेकर स्टे दे दिया जिसमें । लिखा था हाइवे से 100 मीटर तक किसी तरह का निर्माण नहीं होगा । उसी आदेश का ज़िक्र करते हुए सपा नेता आज़म खां ने बीजेपी और उनकी सहयोगी संस्थाओं के अरमानों पर पानी बहा दिया। आर डी ए रामपुर इस पूरे मामले पर फिलहाल कुछ बात ही नहीं करना चाहता बह कहते हैं जो डीएम साहब ने आदेश दिया काम शुरू किया अब मना कर दिया तो हमने काम बंद कर दिया।