वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय में तैनात प्रधान लिपिक मुकेश कुमार मलिक की तहरीर के आधार पर सिविल लाइंस थाना पुलिस ने एक सहायक लिपिक व आठ फायरकर्मियों के खिलाफ धोखाधड़ी. अपराधिक साजिश व जालसाजी का केस दर्ज कर लिया हैं। जानकारी के मुताबिक सहायक उपनिरीक्षक(एएसआई) संजय कुमार 2018 से मार्च 2023 तक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के कार्यालय लिपिक के पद पर तैनात थें। मौजूदा समय में वह पीएसी मुख्यालय लखनऊ अनुभाग 1 में तैनात हैं।
लिपिक संजय कुमार को मुरादाबाद तैनाती के दौरान 19 दिसंबर 2022 से एसएसपी द्वारा सशस्त्र पुलिस फायर सर्विस.एलआईयू. उर्दू अनुवादक. व चतुर्थ श्रेणी एवं भवन लिपिक आदि से सबंधित काम आवंटित किया गया थां। आरोप हैं कि संजय कुमार ने 15 जनवरी 2023 को जारी शासन की एक तथाकथित अधिसूचना का हवाला देते हुए अग्निशमन विभाग में लीडिंग फायरमैन/फायर सर्विस चालक के पद पर तैनात 8 फायरकर्मियों को एएसआई के पद पर प्रमोशन दिलवा दिया थां। संजय ने शासन के आदेश को सही बताते हुएं एसएसपी के सामने पेश किया था। उसी के आधार पर 3 मार्च 2023 को प्रमोशन आदेश जारी हो गया था। जिसके बाद फर्जीवाड़ा कर प्रमोशन लेने वाले फयरकर्मियों के कंधे पर स्टार भी लग गए थें। बाद में इस मामले की शिकायत शासन तक पहुंच गईं इसके बाद अग्निशमन विभाग के महानिदेशक ने जांच पड़ताल के आदेश दिए थें।
जांच पड़ताल के दौरान एसएसपी कार्यालय में तैनात रहे बाबू और आठ लीडिंग फायरमैन दोषी पाए गए जिसके बाद एसएसपी हेमराज मीना ने कार्रवाई व एफआईआर के आदेश दे दिए। एसएसपी के आदेश के बाद प्रधान लिपिक द्वारा थाने में तहरीर दी गईं। क्षेत्राधिकारी सिविल लाइंस अर्पित कपूर ने बताया कि तहरीर के आधार पर आरोपित लिपिक. एएसआई संजय कुमार व अन्य फायरकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज़ कर विवेचना की जा रही हैं। विवेचना में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर आगे की वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।