Highlights
– मुरादाबाद नगर निगम के विकास कार्य का मामला
– सीएम और मंत्री से ज्यादा महापौर को तरजीह
– सीएम का नाम छोटे अक्षर में लिखने के मामले ने पकड़ा तूल
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मुरादाबाद. नगर निगम के विकास कार्य के पत्थरों पर सीएम योगी आदित्यनाथ और नगर विकास मंत्री का नाम महापौर के नाम से छोटे अक्षरों में लिखने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास तक शिकायत पहुंच चुकी है। बताया जा रहा है कि शिकायतकर्ता विधायक रितेश गुप्ता ने इस मामले पर जोर न देते हुए मुरादाबाद के अन्य विकास कार्यों खासतौर से विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग उठाई थी। हालांकि, उद्घाटन पत्थर का मामला सीएम के संज्ञान में पहुंच चुका है। सरकार ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
यह भी पढ़ें- Weather News: पश्चिमी यूपी में कोहरे का ऑरेंज अलर्ट जारी दरअसल, पार्टी कार्यकर्ताओं की शिकायत पर विधायक रितेश गुप्ता ने सरकार को पत्र भेजकर शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने सीएम योगी को पत्र लिखकर शिकायत की थी कि नगर निगम के विकास कार्यों में सीएम व नगर विकास मंत्री का नाम छोटे अक्षरों में लिखा है। जबकि महापौर का नाम काफी बड़े अक्षरों में लिखा गया है। उन्होंने शासनादेश का हवाला देते हुए कहा कि सरकार से मिलने वाले विकास कार्यों के बजट में शिला लगवाने के खर्च की राशि भी शामिल होती है। शासनादेश में स्पष्ट निर्देश हैं कि सीएम और नगर विकास मंत्री के नाम मुख्य रूप से उभारे जाएं। लेकिन, सीएम योगी और नगर विकास मंत्री के नाम छोटे अक्षरों में लिखना गंभीर मामला है।
इस मामले में उत्तर प्रदेश सचिव श्रीप्रकाश सिंह ने जिलाधिकारी और नगर आयुक्त को पत्र भेजकर कार्रवाई के लिए कहा है। यह शिकायत जन भावनाओं का ध्यान रखते हुए की गई थी। इसके साथ ही सभी सबूत और शासनादेश भी संलग्न किया गया है। मुरादाबाद में नगर निगम की ओर से कराए जा रहे विकास कार्यों में शासनादेश का उल्लंघन हुआ है। यही कारण है सरकार ने इस प्रकरण में जांच के आदेश दिए हैं। नगर आयुक्त संजय चौहान का कहना है कि विधायक के पत्र पर मुख्य अभियंता एसके केसरी को जांच के निर्देश दिए हैं। नियम विरुद्ध पत्थर पर नामों को लेकर अनियमितता मिलती है तो कार्रवाई होगी।