यह भी पढ़ें
कैराना उपचुनाव से पहले BJP प्रदेश अध्यक्ष बोले मायावती ने शादी नहीं की लेकिन… बड़े-बड़े अपराधी बाबाओं को जेल क्यों नहीं भेजा जाता, जबकि वो बलात्कार जैसे संगीन अपराधों में संलिप्त पाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि सलमान खान के साथ जो कुछ हो रहा है ये बहुत गलत बात है। ज़लील और कमीन सूरज का मुकाबला नहीं कर सकते। सूरज पर थूकेंगे तो अपने ऊपर ही आ गिरेगा। यह भी पढ़ें
देश के गृहमंत्री व मुख्यमंत्री के बाद अब डिप्टी सीएम भी पहुंचे इस भाजपा नेता के घर सलमान खान के साथ बिल्कुल इन्साफ से काम नहीं लिया गया। उसे जान बूझ कर सजा दी जा रही है। उसका अपराध जेल भेजने लायक नहीं है। बड़े-बड़े महाराज ऐसा सब कर रहे हैं उन्हें सजा क्यों नहीं मिलती। नौजवान एक्टर को ये सजा क्यों? यह भी पढ़ें
डिप्टी CM मौर्य ने लोकसभा चुनाव को लेकर दिया बड़ा बयान, 2019 में यह का करेगी भाजपा
आपको बता दें कि काला हिरण शिकार मामले में दो दिन पहले आए जोधपुर कोर्ट के फैसले के बाद आज सलमान खान को जमानत भी मिल गई। कोर्ट ने उनके वकील द्वारा दायर जमानत याचिका को मंजूर करते हुए सलमान को 50000 रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दे दी। इस फैसले के बाद उनके समर्थक जश्न में डूब गए। राहत इंदौरी बोले न विरोध न समर्थन
गुलज़ार देहलवी ही नहीं उर्दू के बड़े मशहूर शायर राहत इंदौरी ने भी सलमान खान पर प्रतिक्रया देते हुए कहा कि अदालत के फैसले पर कोई टिपणी नहीं करूंगा। हिंदुस्तान में मुसलमान दूसरे देशों से ज़्यादा सुरक्षित हैं। हमें अदालत पर यकीन रखना चाहिए अगर कहीं कोई गुंजाइश रह गयी है तो उनके साथ पूरा-पूरा इंसाफ होना चाहिए।
गुलज़ार देहलवी ही नहीं उर्दू के बड़े मशहूर शायर राहत इंदौरी ने भी सलमान खान पर प्रतिक्रया देते हुए कहा कि अदालत के फैसले पर कोई टिपणी नहीं करूंगा। हिंदुस्तान में मुसलमान दूसरे देशों से ज़्यादा सुरक्षित हैं। हमें अदालत पर यकीन रखना चाहिए अगर कहीं कोई गुंजाइश रह गयी है तो उनके साथ पूरा-पूरा इंसाफ होना चाहिए।
इन्साफ होगा ऐसा हमारा यकीन है। मैं अदालत पर कोई टिपणी नहीं करूंगा और न फैसले का स्वागत करूंगा। स्वागत करना भी उचित नहीं है क्योंकि यह अदालत का फैसला है। अगर कोई कमी बेशी है तो इंसाफ बेकार नहीं जायेगा। खामोश नहीं रहेगा आज नहीं तो कल होगा।
वसीम बरेलवी ने कहा मैं विवादित मामलों में कभी नहीं बोलता हूं। हमारे सामने बच्चों का भविष्य है। हमें बच्चों को फूलों भरी सेज देकर जाना है। हमें उन्हें कांटों का बिस्तर देकर नहीं जाना। ये चुभन जो है चुभन के पहलू हमारे जीवन में जितने कम आयें इनका ज़िक्र ही न हो। मैं समझता हूँ हमारा रास्ता उतना ही बेहतर होगा। हमें एक बड़ा हिंदुस्तान बनाना है। इसके लिए हमारी सोचों को रचनात्मक होना चाहिए। घटानाएं होती रहती हैं।
चीजें होती रहती हैं। बड़े समाज के अन्दर चीजें आती रहती हैं। उनके ऊपर सवालात भी खड़े होते हैं। हम उनके जवाब देने से इसलिए परहेज़ करते हैं की हमे एक नये हिंदुस्तान की रचना करना है। मैं तो देश का भविष्य उज्वल देखता हूं। देश में जनसंख्या नियंत्रण और चरित्र निर्माण का काम होना चाहिए लेकिन ये कोई सरकार नहीं करती।