गूगल दिलाएगा निजात किसी भी दूसरे अंजान शहर में टॉयलेट खोजना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं होता है। इससे समस्या से आपको गूगल निजात दिलाएगा। अब मुरादाबाद में हर अंजान को टॉयलेट की लोकेशन गूगल पर मिलेगी। इतना ही नहीं उस स्थान से टॉयलेट कितनी दूरी पर है और कितने समय में अाप वहां तक पहुंचेंगे, इसका समय भी आपको पता चलेगा।
27 शौचालय दिखेंगे मैप पर इसकी जानकारी देते हुए मुरादाबाद नगर निगम के नगर आयुक्त अवनीश शर्मा ने बताया कि टॉयलेट की मैपिंग गूगल के द्वारा की जा चुकी है। अब जल्द ही सार्वजनिक और सामुदायिक समेत सभी 27 शौचालय मैप पर दिखेंगे। उन्होंने बताया कि इस समय शहर में नौ सामुदायिक शौचालय हैं। इनमें 47 पुरुष और
33 महिलाओं की सीट हैं। वहीं, शहर में 18 सार्वजनिक शौचालय भी हैं। इनमें कुल 188 सीटें हैं, जिसमें 80 महिला और 108 पुरुष सीटें हैं। उन्होंने बताया कि इनकी जानकारी उपलब्ध करा दी गई है। जल्द ही ये सभी टॉयलेट गूगल मैप पर दिखाई देंगे। इनके दिखने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वच्छ
भारत, स्वस्थ भारत का सपना भी साकार होगा।
33 महिलाओं की सीट हैं। वहीं, शहर में 18 सार्वजनिक शौचालय भी हैं। इनमें कुल 188 सीटें हैं, जिसमें 80 महिला और 108 पुरुष सीटें हैं। उन्होंने बताया कि इनकी जानकारी उपलब्ध करा दी गई है। जल्द ही ये सभी टॉयलेट गूगल मैप पर दिखाई देंगे। इनके दिखने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वच्छ
भारत, स्वस्थ भारत का सपना भी साकार होगा।
बाहर से आने वालों को मिलेगी राहत स्थानीय युवक जितेंद्र और मिलन बताते हैं कि गूगल पर टॉयलेट की लोकेशन दिखने के बाद बाहर से आने वाले लोगों को बहुत राहत मिल सकेगी। वे मोबाइल पर ही टॉयलेट आसानी से सर्च कर सकेंगे।
प्राथमिकता के आधार पर बन रहे हैं टॉयलेट यहां बता दें की स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्थानीय नगर निगम लगातार काम कर रहा है। इसमें पब्लिक टॉयलेट प्राथमिकता के आधार पर बन रहे हैं। शहर में सबसे ज्यादा दिक्कत बीच बाजार में टॉयलेट न होने से होती थी। जो थे भी, तो वे इस लायक नहीं थे कि उनमें आम आदमी जा सके, इसलिए नगर
निगम ने सर्वे कर शहर के ऐसे पॉइंट्स चिन्हित किए, जहां इनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी।
निगम ने सर्वे कर शहर के ऐसे पॉइंट्स चिन्हित किए, जहां इनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी।
यहां बना है एसी टॉयलेट ये सभी शहर के व्यस्त इलाके हैं, जहां दिन भर लोगों का आना-जाना लगा रहता है। बाजार भी इन्हीं इलाकों में हैं। खासकर महिलाओं को बहुत ज्यादा दिक्कत होती थी। स्वच्छता अभियान का ही असर है कि सबसे ज्यादा भीड़-भाड़ वाले बुधबाजार में नगर निगम ने एसी टॉयलेट बनाया है। इसे निम्नतम दामों में आम आदमी इस्तेमाल कर सकता है। नगर आयुक्त अवनीश शर्मा ने बताया कि अभी निगम शहर में दो और एसी टॉयलेट बनाएगा। इतना ही नहीं जिन इलाकों में अभी जरूरत है, वहां नगर निगम एनजीओ के साथ मिलकर पब्लिक टॉयलेट बनाएगा। उन्होंने कहा कि मार्च तक शहर को ओडीएफ घोषित करना है।
देखभाल की जिम्मेदारी एनजीओ की नगर आयुक्त का कहना है कि नगर निगम का शहर को स्वच्छ करने का अभियान लगातार जारी है। बस जनता को भी सार्वजनिक स्थानों का प्रयोग बंद करना होगा। अगर उन्हें नहीं मालूम पड़ रहा कि वे कहां जाएं तो इसके लिए उन्हें बस मोबाइल पर सर्च करना होगा। लोगों को अपने मोबाइल पर सर्च करना
होगा कि उनके आसपास टॉयलेट कहां है। सबसे खास बात यह है कि इस बार निगम ने टॉयलेट्स को साफ करने और देखभाल के लिए एनजीओ का सहारा लिया है, जो निर्धारित शुल्क ही वसूल सकेगी।
होगा कि उनके आसपास टॉयलेट कहां है। सबसे खास बात यह है कि इस बार निगम ने टॉयलेट्स को साफ करने और देखभाल के लिए एनजीओ का सहारा लिया है, जो निर्धारित शुल्क ही वसूल सकेगी।
इन व्यस्त इलाकों में बनाए गए हैं पब्लिक टॉयलेट – बुधबाजार – गंज बाजार – मंडी चौक – सिविल लाइन – एकता द्वार – पीली कोठी – कटघर रोडवेज
– प्रकाश नगर लाइन पार