कई देशों ने रद्द किये वीजा
इस बारे में ईपीसीएच के महानिदेशक राकेश कुमार की ओर से 11 मार्च को सभी निर्यातकों को मेल भेजकर जानकारी दी गई है कि कोरोना के डर के बावजूद बड़ी संख्या में बायर्स दिल्ली स्प्रिंग फेयर में आने के इच्छुक हैं। क्योंकि उन्हें चीन से सप्लाई नहीं मिल रही है। सरकार की ओर से कोरोना वायरस से बचाव के सभी बंदोबस्त भी किए गए हैं। ईपीसीएच की चार मार्च को हुई बैठक में भी दिल्ली फेयर को निर्धारित शेड्यूल पर ही आयोजित करने का फैसला हुआ था। ईपीसीएच ने निर्यातकों को यह भी आगाह किया है कि सरकार फ्रांस, जर्मनी, चीन समेत 15 से अधिक देशों के वीजा पर फिलहाल रोक लगा चुकी है। अप्रैल में ही होने वाला हांगकांग फेयर भी निरस्त हो चुका है। जनवरी और फरवरी में बायर्स ने दिल्ली फेयर में अत्यधिक उत्साह दिखाया लेकिन मार्च में यह उत्साह नहीं दिखा है। सारे हालात पर जानकारी देने के साथ ईपीसीएच ने निर्यातकों से पूछा है कि फेयर को तय शेड्यूल पर आयोजित करने, मई तक टालने या फिर निरस्त करने पर उनकी राय क्या है।
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आगे बढ़ सकता है फेयर
ग्रेटर नॉएडा स्प्रिंग फेयर में मुरादाबाद के करीब 2000 निर्यातक अपने उत्पादों को प्रदर्शित करते हैं। फेयर निरस्त होने से हस्तशिल्प उद्योग को करीब पांच हजार करोड़ रुपये के कारोबार का झटका लगेगा। फ़िलहाल इसे पूरी तरह निरस्त किया जाएगा या फिर अगले कुछ दिन के लिए टाला जाएगा इस पर 15 मार्च तक स्थिति स्पष्ट हो जायेगी। क्यूंकि यूरोप के कई देशों ने एशिया देशों की यात्रा पर रोक लगा दी है, जिससे ग्राहकों के कम पहुंचने की उम्मीद है।