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ये है मामला
जानकारी के मुताबिक अधिशासी अभियंता की फेसबुक पर प्रमोद गोगनिया के नाम से आइडी है। हैकरों ने उन्हीं के नाम से फर्जी आइडी बनाई। मूल आइडी की तरह फर्जी आइडी में सभी जानकारी और फोटो समान रखीं। उसके बाद दोस्तों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी, एक दो दोस्तों ने जब अनुरोध स्वीकार कर लिया। तभी जरूरत बता तुरंत बीस हजार रुपये की मांग की। जिस पर दोस्तों को शक हुआ, फोन कर अधिशासी अभियंता को जानकारी दी तो वह हैरत में पड़ गए। तब जाकर फर्जी आइडी का मामला सामने आया। जिसके बाद अधिशासी अभियंता ने अपनी फेसबुक आइडी पर लिखते हुए दोस्तों को जानकारी दी कि मेरे नाम से फर्जी आइडी बनाई गई है, उसका मित्र अनुरोध स्वीकार ने करें।
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पहले भी हो चुकी ठगी
यहां बता दें कि कुछ ठग इससे पहले भी इसी तरह की ठगी का शिकार बन चुके हैं। जिसमें सोशल मीडिया के जरिये मदद मांग ली जाती है। जबकि असल फ्रेंड कोई इसकी भनक तक नहीं लगती। इसमें सिवाय पछतावे के कुछ भी हासिल नहीं होता है।