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ट्रेनों को टाइम पर चलाने के लिए Indian Railway ने तैयार किया अब ये फार्मूला

locationमुरादाबादPublished: Sep 14, 2018 04:35:26 pm

Submitted by:

jai prakash

Indian Railway ने ट्रेनों को टाइम से चलाने के लिए नया फार्मूला इजाद किया है। जिसमें अब Train Driver टाइम कवर करने के लिए ट्रेन की स्पीड बढ़ा सकता है।

moradabad

ट्रेनों को टाइम पर चलाने के लिए रेलवे ने तैयार किया अब ये फार्मूला

मुरादाबाद: ट्रेनों को टाइम पर चलाने के लिए अब Indian Railway ने नया फार्मूला इजाद किया है। जिसमें अब ट्रेन ड्राईवर टाइम कवर करने के लिए ट्रेन की स्पीड बढ़ा सकता है। ताकि बीच में जो टाइम खराब हुआ उसे पूरा किआ जा सके। क्यूंकि Indian Train की लेटलतीफी को लेकर रेल मंत्रालय ख़ासा गंभीर है। उसी के तहत ही ये प्लान शुरू किया गया है। डीआरएम अजय कुमार सिंघल के मुताबिक मंडल में समय से रेल संचालन के लिए पटरियों को बदलने के साथ ही अन्य काम भी किये जा रहे हैं। जिनमें ट्रेनों की स्पीड बढ़ाना भी शामिल है। अभी लखनऊ- मुरादाबाद रूट पर एक घंटा कम हुआ है जल्द ही अन्य रूटों पर भी ये फार्मूला लागू करेंगे।

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ये काम हुआ शुरू

इस फार्मूले के तहत ट्रेन लेट होते ही चालक ट्रेन की गति को बढ़ा देगा और जब ट्रेन निर्धारित समय पर चलने लगेगी तो स्पीड कम कर देगा। इसके लिए रेलवे ट्रैक पर आने वाली बाधाओं को दूर किया जा रहा है। इसी सिलसिले में रेल प्रबंधन ने मानव रहित फाटक पर गेट बनाने, मुरादाबाद रेल मंडल में 230 किलोमीटर रेलवे लाइन बदलने और 23 कमजोर पुलों के स्थान पर नए पुल बनाने का काम शुरू कर दिया है।

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हर रूट पर स्पीड है निर्धारित

यहां बता दें कि रेलवे ने हर रूट पर ट्रेनों की स्पीड निर्धारित कर रखी है। इसके बावजूद ट्रेनें उस गति से नहीं चलती हैं। जैसे नई दिल्ली से लखनऊ जाने वाली लखनऊ मेल को 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाने की अनुमति है, लेकिन अभी यह ट्रेन 75 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ही चलती है।

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पहले ड्राईवर बचते थे

दुर्घटना होने पर इंजन के स्पीडो मीटर की जांच की जाती है, अधिकतम गति से चलने वाली ट्रेन का स्पीडो मीटर 115 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाने की रिपोर्ट देता है। इस रिपोर्ट के आधार रेल प्रशासन ट्रेन ड्राईवर की सेवा समाप्त कर देता है। लिहाजा ड्राईवर ट्रेन को 95 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से ही चलाते हैं। रेल लाइन बदले जाने व नए पुल का निर्माण होने के बाद भी गति से प्रतिबंध नहीं हटाया गया है। इसलिए ट्रेनों की स्पीड 75 किलोमीटर प्रति घंटे ही रह जाती है।

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अब बढ़ा सकते हैं स्पीड
अब रेलवे ने चालकों को अधिकतम गति से ट्रेन चलाने का आदेश दिया है। जिस मार्ग पर 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाने की अनुमति है, वहां स्पीडो मीटर पर 115 किलोमीटर प्रति घंटे से ट्रेन चलाने की रिपोर्ट देने पर चालक को सजा नहीं दी जाएगी। ट्रेन के लेट होने पर ड्राईवर स्पीड को 75 से बढ़ाकर 110 किलोमीटर प्रति घंटा कर सकते हैं।

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