scriptGood News: अब मुरादाबाद के पीतल कारोबार को मिलेगी रफ्तार, दो साल बाद ईरान ने हटाई रोक | Iran lifted ban on brass products of Moradabad after two years | Patrika News

Good News: अब मुरादाबाद के पीतल कारोबार को मिलेगी रफ्तार, दो साल बाद ईरान ने हटाई रोक

locationमुरादाबादPublished: Feb 12, 2020 11:42:42 am

Submitted by:

lokesh verma

Highlights- Iran ने Moradabad के पीतल निर्मित उत्पादों से दो साल बाद प्रतिबंध हटाया- ईरान के आयातकों को भारत में पीतल से बने हस्तशिल्प उत्पादों के सीमित आयात की भी छूट- 2018 में मुरादाबाद से ईरान भेजे गए 20 कंटेनर रिलीज

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मुरादाबाद. ईरान (Iran) ने मुरादाबाद (Moradabad) के पीतल निर्मित उत्पादों से दो साल बाद प्रतिबंध हटा लिया है। इतना ही नहीं ईरान के आयातकों को भारत में पीतल से बने हस्तशिल्प उत्पादों के सीमित आयात की भी छूट दी है। बता दें कि ईरान परमाणु कार्यक्रम के कारण अमेरिका (America) और विश्व व्यापार संगठन (World Trade Organization) के कड़े प्रतिबंध झेल रहा है। यही वजह है कि ईरान की मुद्रा के अवमूल्यन को रोकने के लिए ईरान ने 2018 में 1450 हस्तशिल्प उत्पादों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसमें मुरादाबाद के पीतल, कांच और एल्युमीनियम के हैंडीक्राफ्ट उत्पाद भी शामिल थे।
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ईपीसीएच के पूर्व चेयरमैन सतपाल का कहना है कि ईरान ने मुरादाबाद के पीतल निर्मित हस्तशिल्प उत्पादों के लिए निर्यात की छूट दे दी है। हाालांकि फिलहाल कांच व एल्युमीनियम समेत अन्य हस्तशिल्प उत्पादों पर राेक जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि 2018 में मुरादाबाद से बीस कंटेनर ईरान भेजे गए थे, जिन्हें ईरान की सरकार ने पोर्ट पर रोक दिया था। इसी सप्ताह सभी कंटेनर को रिलीज किया गया है। सतपाल ने बताया कि इन कंटेनर में उनके भी दो कंटेनर शामिल हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से ईरान को हर साल करीब 500 करोड़ का निर्यात किया जाता था, लेकिन परमाणु कार्यक्रम के चलते ईरान और अमेरिका में टकराव की स्थिति के बाद 2017 में विश्व व्यापार संगठन ने ईरान के साथ डॉलर में व्यापार करने पर प्रतिबंधन लगा दिया था। इसके बाद से ईरानी आयातक अन्य देशों की द्वारा मुरादाबाद से माल मंगाते हुए निर्यातकों को थर्ड पार्टी डॉलर भुगतान करते रहे। जबकि बाद में रिजर्व बैंक द्वारा जीआर वन फार्म पर रोक लगा दी गई। इस तरह निर्यातकों के पास केवल रुपये के व्यापार का ही रास्ता शेष रह गया था। 2018 में ईरानी रियाल में बड़ी गिरावट के चलते 1450 हस्तशिल्प उत्पादों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। फिलहाल एक यूएस डॉलर की कीमत 42105 ईरानी रियाल के समान है।
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