पहल: Coronavirus से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए इस नंबर पर करें कॉल, तुरंत किया जाएगा समाधान
बीस को रखा गया है
यहां बता दें कि निजामुद्दीन मरकज से लौटने वाले जमातियों को धरपकड़ के बाद क्वारंटीन किया गया है। शहर में भी बुधवार को 68 जमातियों को पुलिस ने दबोचा और पुलिस के नर्मदा हास्टिल में क्वारंटीन किया। स्क्रीनिंग के बाद 48 जमातियों को छोड़ दिया गया। 20 जमातियों में कोरोना संदिग्ध मानते हुए सैंपल लिया गया। एक जमाती में बुखार, खांसी के लक्षण होने पर उसे जिला अस्पताल और बाकी जमातियों को नर्मदा हास्टल में क्वारंटीन किया गया। जमातियों में आठ मलेशिया के हैं। उनको हिंदी और अंग्रेजी समझ नहीं आ रही है। न ही ये हिंदी या अंग्रेजी बोल पा रहे हैं। जमाती शोर मचा रहे हैं। हास्टल के जमाती भागने की फिराक में क्वारंटीन कक्ष से बाहर निकल रहे हैं।
CM Yogi के मंत्री उतरे सड़कों पर और खुद मलिन बस्ती को किया सैनिटाइज
मांग रहे बिरयानी
जमातियों के लिए रोटी, सब्जी, पूड़ी, दाल और चावल परोसी गई। मलेशिया के जमातियों ने खाना नहीं खाया और बिरयानी की मांग की। जिसे हॉस्टल प्रशासन ने पूरा नहीं किया। बाद में भूख लगी और रोटी और सब्जी दाल मिली तो जमकर खाई। यही नहीं जिला अस्पताल के क्वारंटीन से मलेशिया के एक जमाती ने भागने की कोशिश की। हालांकि, अस्पताल परिसर में ही उसे दबोच लिया। इनकी हरकतों के बाद पुलिस पहरा बढ़ा दिया है। साथ ही स्टाफ नर्सों की जगह अब पुरुषों की ड्यूटी लगाई गई है।