मुरादाबाद जिले के थाना मूंढापांडे के हुसैनपुर गांव में हत्या की घटना 14 जुलाई 2020 की रात की है। जहां मंजू ने अपने पति सुखपाल के गायब होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। कहा था कि वह पति के साथ खाईखेड़ा गांव में ननद-ननदोई के घर आई थी। रात में ननदोई राजीव और पति घूमने गए पर सुबह चार बजे राजीव अकेला घर लौटा। पति का पता नहीं चल सका। सुखपाल का मोबाइल भी बंद था। महिला की तहरीर पर थाने में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की गई। सुखपाल का शव जंगल में मिला है। शव को कुएं में फेंक उस पर यूकेलिप्टस की टहनियां डालकर छिपाने की कोशिश भी की गई।
इस मामले की सुनवाई एडीजे योगेन्द्र चौहान की अदालत में हुई। एडीजीसी दिनेश कुमार कश्यप ने बताया कि कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस को पता चला कि मंजू के कटघर के गोविंदनगर निवासी राज कुमार से संबंध हैं। इस पर पति पत्नी में विवाद था। बाधक बने सुखपाल को हटाने की योजना बना ली। जिसमें महिला का ननदोई राजीव भी शामिल हो गया। एडीजीसी के अनुसार इस मामले में नौ गवाह पेश हुए। सुनवाई के बाद तीनों को दोषी मानते हुए कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाते हुए आरोपियों पर 30-30 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है।